आशिमा छिब्बर निर्देशित ‘Mrs Chatterjee Vs Norway’ सागरिका चक्रवर्ती की कहानी से प्रेरित है, जिसमें बच्चों के प्रति मां की संवेदनशीलता और नार्वे के नियम की बंदिशे देखने को मिलेंगी. Rani Mukerji की दमदार एक्टिंग इस फिल्म में आपको देखने को मिलेगी जो 17 मार्च को रिलीज होगी.

फिल्म ‘Mrs Chatterjee Vs Norway’ की कहानी दर्दनाक घटना से शुरू होती है, जब नार्वे सरकार के नियमों के मुताबिक चाइल्ड वेलफेयर विभाग वाले देबिका (Rani Mukerji) और अनिरुद्ध चटर्जी (अनिर्बन भट्टाचार्य) के दोनों बच्चों शुभ और शुची को उठाकर ले जाते हैं. उन्हें फास्टर होम में रख दिया जाता है. Read More – Sameer Khakhar का निधन, 70 साल की उम्र में हुई मौत …

वजह बताई जाती है कि 10 हफ्तों की निगरानी के बाद देखा गया है कि देबिका हाथ से अपने बच्चों को खाना खिलाती है, माथे पर टीका लगाती है, बच्चे को साथ सुलाती है. फिल्म ‘Mrs Chatterjee Vs Norway’ में कई सिच्वेशन ऐसी दिखाई गई है जो दिल को छू जाएगी.

फिल्म ‘Mrs Chatterjee Vs Norway’ में देबिका की अपने बच्चों को वापस पाने की जद्दोजहद लोगों को बांधे रखेगी. इस दौरान अनिरुद्ध नार्वे की नागरिकता पाने में इतना उलझा हुआ है कि उसे देबिका का दर्द नहीं दिखता. सब मिलकर देबिका को मानसिक तौर पर बीमार साबित करने में लग जाते हैं. Read More – मैनेजर को याद आए Satish Kaushik के आखिरी लफ्ज, एक्टर ने कहा था ”मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो” …

देबिका, नार्वे से लेकर भारत सरकार तक हर किसी से मदद मांगती है. बच्चों के खुद से दूर होने का दुख और दूसरे देश के नियमों को सहन करनी की कठिनाई इस फिल्म में नजर आएगी. देखने वाली बात यह है की लोगो के दिल को यह भावुक करने वाली कहानी कितना प्रभावित करती है.