शंकर राय, भैंसदेही(बैतूल)। बैतूल के भैंसदेही में नाबालिग छात्रा  से दुराचार करने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए आज सोमवार को जयस और समस्त आदिवासी संगठन ने भैंसदेही बंद का आव्हान किया था जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला। करीब दो घंटे रहे इस बंद के दौरान संगठन ने प्रदर्शन किया। इस दौरान आदिवासी नेताओं ने छात्रा के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग की। साथ ही पीड़ित छात्रा के मित्र को भी आरोपी बनाने की मांग की जो उसे अपने साथ ले गया था। हालांकि आचार संहिता लगने के कारण आयोजित की जाने वाली रैली स्थगित कर दी गई।

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पिछले दिनों 13 साल की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जयस ने आज भैंसदेही बंद का ऐलान किया था। इस दौरान संगठनों ने आदिवासी मंगल भवन में एक सभा का आयोजन किया। रेप के आरोपियों को सख्त सजा देने की तख्तियां लेकर यहां प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन को मांगो का एक पत्र भी सौंपा गया। जिसमें दुष्कर्म के ताजा मामले में आरोपियों का सहयोग करने वाले साथियों पर भी एफआईआर दर्ज करने समेत सात सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा। संगठन ने आचार संहिता लागू होने के कारण प्रस्तावित रैली जुलूस को स्थगित कर दिया। मौके पर मौजूद एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई। संगठनों ने इस दौरान कन्या स्कूल में चल रहे आधार केंद्र को वहां से हटाने की भी मांग की।

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जानें क्या है मामला 

पूरा मामला 3 अक्टूबर का है जहां 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली आदिवासी नाबालिक छात्रा अपनी सहेली के साथ भैंसदेही में किराये के कमरा में पढ़ाई करती थी। उस दिन वह अपनी दीदी के साथ जामसावली घूमने गई थी। जहां छात्रा का मित्र निखिल भाकरे के साथ उसके 2 मित्र भी  जामसावली  घूमने गये थे। वापसी के दौरान दो युवकों ने छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।  

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संगठन ने कहा कि निखिल भाकरे की गलती की वजह से 2 युवकों ने नाबालिग छात्रा का सामूहिक दुष्कर्म किया। इस मामले में सामूहिक दुष्कर्म करने वाले युवकों पर पुलिस ने कार्यवाही की है। लेकिन नाबालिग छात्रा को लेकर जाने वाले युवक पर कोई कानूनी कार्यवाही नही की गयी। संगठन ने मांग की है कि युवक अगर छात्रा को अपने साथ नहीं लेकर जाता तो उसके साथ यह घटना नहीं होती। इसलिए छात्रा के मित्र को भी आरोपी बनाया जाए।