रवि गोयल, जांजगीर-चांपा. जांजगीर-चांपा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. मालखरौदा के गांव में एक विक्षिप्त युवती के साथ किसी ने बलात्कार किया है. इलाज के दौरान डाक्टरों ने पीड़िता की गर्भवती होने की आशंका जताई जा रही हैं. वह लगभग 6 दिन से दर्द से तड़फ रही हैं, लेकिन पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते इलाज नहीं हो पाया है. गंभीर केस होने के बावजूद अभी तक एमएलसी और सोनोग्राफी नहीं हो पाई है. जिला अस्पताल के चिकित्सक छुट्टी होने के कारण ओपीडी बंद होने का हवाला दे रहे हैं.
दरअसल युवती के परिजन की साल भर पहले ही मृत्यु हो चुकी है, और जिसके बाद से ही युवती घर में अकेली रहती थीं. युवती की मानसिक स्थिति भी सालों से खराब है. ग्रामीणों का कहना है कि उसके चाचा ही युवती की देखभाल कर रहे थे. मगर 15 दिनों से युवती की तबीयत ज्यादा खराब हुई, जिसके बाद गांव की मितानिनों ने उसे मालखरौदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद युवती से दुष्कर्म की आशंका जताई है. और पुष्टि के लिए युवती को जिला अस्पताल सोनोग्राफी के लिए रेफर कर दिया है.
चुनाव ड्यूटी की व्यस्थता बताकर नहीं किया केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पीड़िता भर्ती थी तब जिम्मेदार द्वारा मामले की जानकारी फगुरम पुलिस चौकी को दी गई, लेकिन चौकी प्रभारी सीपी सिदार ने चुनाव में व्यस्थता बताते हुए मामला दर्ज नहीं किया, यहां तक कि चार दिन तक थाने से कोई भी जिम्मेदार मामला दर्ज करने अस्पताल नहीं पहुंचा.
स्वास्थ्य अमले की लापरवाही
पुलिस कार्रवाई के अभाव में डाक्टर एमएलसी नहीं कर पाए. इसके बाद पीड़ित की हालत की गंभीरता को देखते हुए मालखलौदा के बीएमओ डॉ केके सिदार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर कर दिया. साथ ही जिला अस्पताल के डॉक्टरों को गंभीर केस बताते हुए तत्काल इलाज देने के लिए कहा गया.
जिला अस्पताल लाने के बाद भी चिकित्सकों की घोर लापरवाही देखने को मिली है. दो दिन बाद भी पीड़िता का सोनोग्राफी नहीं हो पाया है. अब पीड़िता की जान केवल भगवान भरोसे है. जिला अस्पताल के चिकित्सक छुट्टी होने के कारण ओपीडी बंद होने का हवाला दे रहे हैं.