दिलशाद अहमद, सूरजपुर. जिले के प्राइवेट नर्सिंगहोम में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रश्मि नर्सिंग होम को सील कर दिया है. जिससे किसी भी साक्ष्य के साथ कोई छेड़खानी ना हो सके. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है.

बता दें कि, देर रात भुवनेश्वरपुर की रहने वाली प्रसूता पूजा और उसके बच्चे की मौत हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी. वहीं मामले की सूचना के बाद अब प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए प्राइवेट नर्सिंग होम को कुछ समय के लिए सील कर दिया है, ताकि किसी भी साक्ष्य के साथ कोई छेड़खानी ना हो सके.

वहीं डॉ रश्मि का मानना है कि, पूजा की हालत बेहतर थी, लेकिन खून चढ़ाने के बाद से ही महिला की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. उन्होंने यह भी माना की ब्लड चढ़ाने से पहले सभी प्रकार से टेस्ट नहीं कराए जाते हैं. बिना टेस्ट कराए किसी को भी खून चढ़ाने से उससे जान पर खतरा बन आता है. उसके बाद भी डॉक्टर ने नियम कानून को ताक पर रखकर निर्दोष पूजा को वह खून चढ़ा दिया, जिसकी जांच पूरी नहीं कराई गई थी. डॉक्टर की इस लापरवाही के कारण पूजा को अपनी जान गंवानी पड़ी. अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे भक्षक डॉक्टरों के ऊपर क्या कार्रवाई करता है.