Adhar Pana Ritual 2023. महाप्रभु जगन्नाथ समेत चतुर्मूर्ति श्री मंदिर वापस लौट चुके हैं. गुरुवार को सूना भेषा की रस्म के बाद आज यानी शुक्रवार को अधर पना (Adhar Pana Ritual 2023) की रस्म निभाई जा रही है. इस रस्म में मीठे पेय से भरे विशाल बर्तन तीन रथों पर प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं. आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वादशी के दिन अधर पना की रस्म होती है. मिट्टी के बर्तन की उंचाई भगवान के होंठों (अधर) तक आती है. इस पेय को बाद में गिरा दिया जाता है. मान्यता है कि भगवान के साथ प्रेत भी उनकी यात्रा में शामिल रहते हैं. तो यह पेय उनके लिए ही रहता है. इस रस्म के बाद पहंडी बीजे की रस्म निभाई जाएगी जिसके साथ ही रथयात्रा महोत्सव 2023 का समापन होगा.