पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। राजिम से डोंगरगढ़ 140 किमी का सफर साढ़े 26 घंटे में पैदल तय कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाले नवापारा निवासी कृष्णकुमार सैनी अब एक नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं. अब वे 600 किमी की दूरी 10 दिन में पैदल चलकर नया रिकॉर्ड बनाने वाले हैं. वे रायपुर के चंदखुरी से ओडिशा के जगन्नाथपुरी की 600 KM की दूरी 10 दिन में तय करेंगे. उन्होंने आज दोपहर 2 बजे माता कौशल्या मंदिर से अपनी पदयात्रा शुरू की, जो 11 जुलाई को दोपहर श्रीजगन्नाथ धाम पहुंचकर सम्पन्न होगी.

उन्होंने अपने दूसरे रिकॉर्ड के लिए आज चंदखुरी के माता कौशल्या मंदिर से अपनी पदयात्रा शुरू की. इससे पहले उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना कर माता का आशिर्वाद लिया और प्रदेश की सुख समृद्धि एवं खुशहाली के लिए प्रार्थना की. यात्रा शुभारम्भ करवाने पहुंचे अतिथि हाउसिंग बोर्ड के डायरेक्टर विनोद तिवारी, राजीम के पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय,चंदखुरी नगर पालिका अध्यक्ष रविशंकर निषाद ,पूर्व पीसीसी मेम्बर नीरज ठाकुर ने सयुंक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर सैनी को पदयात्रा के लिए रवाना किया.

अतिथियों ने सैनी के इस साहस की प्रशंशा करते हुए उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया,अतिथियों ने कहा कि यह केवल एक पदयात्रा नहीं, बल्की एक संकल्प है, जो यूवाओ को सदमार्ग प्रशश्त करेगा. सैनी के इस 600 किमी की यात्रा को सफलता पूर्वक पूर्ण करने समस्त अतिथियों ने शुभकानाएं दिया है.

इस अवसर पर नवापारा और राजिम सहित बड़ी संख्या में चंदखुरी के गणमान्य नागरिक शुभकामनाएं देने एकत्र हुए थे. सभी ने उनकी यात्रा सफल होने की कामना करते हुए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. 10 दिन में 600 किमी की यात्रा- सैनी ने बताया कि इस बार उनकी पदयात्रा 10 दिन की होगी.

इस दौरान वे तकरीबन 600 किमी की पैदल यात्रा करेंगे. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 60 किमी पैदल चलने का लक्ष्य रखा है, जिसे वे प्रतिदिन 10 से 12 घंटे पैदल चलकर पूरा कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि वे दिनभर चलने के बाद रात्रि में विश्राम करेंगे. इंडिया वर्ड रिकॉर्ड में इस यात्रा को दर्ज कराने पूर्व की भांति सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है.

बता दें कि 12 जून को सैनी ने राजिम महामाया मंदिर से डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी धाम की 140 किमी की दूरी 26 घंटे 44 मिनट में तय कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. अब वे अपने दूसरे रिकॉर्ड के लिए निकले हैं. सैनी ने 3 महीने में तीन रिकॉर्ड बनाने का निश्चय किया है. पूरी से लौटने के बाद वे जल्द ही अपने तीसरे रिकॉर्ड पर निकलेंगे, जिसकी दूरी 1000 किमी से ज्यादा होगी.

सैनी ने बताया कि जिस तरह डोंगरगढ़ पदयात्रा के दौरान चिलचिलाती धूप उनके लिए बड़ी चुनौती थी. उसी प्रकार इस बार बारिश से खुद को बचाना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी. उन्होंने बताया कि बारिश से पैरों में छाले पड़ने और जांघ छिलने की संभावना बढ़ जाती है. उन्होंने इससे बचने के लिए विशेष तैयारी की है.

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