Ravish Kumar Resigns From NDTV: NDTV इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने चैनल से इस्तीफा दे दिया है. वह NDTV में वरिष्ठ कार्यकारी संपादक के रूप में कार्यरत थे. NDTV ग्रुप प्रेसिडेंट सुपर्णा सिंह ने कंपनी के कर्मचारियों को ई-मेल से सूचित किया है कि रवीश का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है. अब रवीश कुमार ने नए पते से अपनी शुरूआत की है, जिसकी जानकारी वे खुद दिए हैं.

पत्र छंटाई के साथ शुरू हुआ
रवीश कुमार ने NDTV में अपने सफर की शुरुआत बहुत नीचे से की थी. वह साल 1996 में NDTV से जुड़े, फिर उन्हें चैनल में चिट्ठियां छांटने का काम मिला. उन्होंने कई साक्षात्कारों में कहा है कि पत्रों को छांटते समय वे दर्शकों की अपेक्षाओं से परिचित हो गए. बाद में उन्हें चैनल की ओर से रिपोर्टिंग करने का मौका मिला.

पत्रकारिता के लिए मिला ‘एशिया का नोबेल’
वर्ष 2019 में रवीश कुमार को प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. रेमन मैग्सेसे को एशिया का नोबेल भी कहा जाता है. यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है, जो एशिया में साहसिक और परिवर्तनकारी नेतृत्व के पर्याय हैं. अवॉर्ड देने वाले संस्थान ने रवीश को ‘Voice To The Voiceless’ कहा था.

रेमन मैग्सेसे के अलावा रवीश को 2010 में गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार भी मिल चुका है. रवीश को उनकी पत्रकारिता के लिए 2013 और 2017 में प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका पुरस्कार से भी नवाजा गया था. वर्ष 2016 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ पत्रकार का रेड इंक अवार्ड मिला. 2017 में रवीश कुमार को पहला कुलदीप नैयर पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

रवीश कुमार अब अपने यूट्यूब चैनल पर नजर आएंगे, इस बारे में उन्होंने खुद ट्वीट किया है. उन्होंने अपने चैनल का लिंक शेयर करते हुए लिखा, “माननीय जनता, आप सभी मेरे होने में शामिल हैं. आपका प्यार ही मेरी दौलत है.

उन्होंने कहा कि दर्शकों के साथ आपका एकतरफा और लंबा संवाद है. आपके यूट्यूब चैनल पर यह मेरा नया पता है. गोदी मीडिया की गुलामी के खिलाफ सबको लड़ना है। आपका रवीश कुमार’ बता दें कि रवीश कुमार पिछले ढाई दशक से NDTV से जुड़े हुए थे. चैनल छोड़ने के बाद उनके अब तक के सफर के बारे में बात की जा रही है.

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