पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लॉक डाउन की वजह से सरकारी शराब की दुकानें बंद कर दी गई है लेकिन गरियाबंद जिले के देवभोग थाना क्षेत्र स्थित एक गांव ऐसा भी जहां घर-घर में कच्ची महुआ शराब बनती है. खजूरपदर नाम के इस गांव में शनिवार को गांव के कुछ लोगों ने पुलिस की मदद से शराब बनाने वाले ऐसे अड्डों पर कार्रवाई की और उन्हें बंद करा दिया.
बताया जा रहा है कि गांव के 20 से ज्यादा घरों में कच्ची महुआ शऱाब बनाई जा रही थी. सरकारी शराब बंद होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में शराबी शराब पीने के लिए पहुंचते थे. गांव में शराबियों की भीड़ जमा होने की वजह से परेशान ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीणों ने उन घरों में दबिश दी जहां कच्ची शराब बनाई जाती थी. शराब बनाने के लिए उपयो में आने वाली भट्ठियां, मटके सहित अन्य सामानों को बाहर निकालकर नष्ट किया गया.
थाना प्रभारी सत्येन्द्र श्याम ने कहा कि गांव में समय-समय पर पुलिस ऐसे लोगोंं पर कार्रवाई करते रही है. कई बार पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ता था. लेकिन आज ग्रामीणों के सहयोग से 20 से ज्यादा भठ्टी को नष्ट किया गया है. भविष्य में दोबारा नहीं बनाने की चेतावनी दी गई है.