RBI Monetary Policy : RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस वित्त वर्ष की दूसरी मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है. लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. यानी आपकी ईएमआई नहीं बढ़ेगी. कर्ज महंगे नहीं होंगे. मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद आज आरबीआई ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि रेपो रेट 6.5% पर अपरिवर्तित रहेगा.

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ये राहत की बात है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत और लचीली है. चौथी तिमाही में चालू खाता घाटा और कम होने की उम्मीद, प्रबंधनीय बना हुआ है. नॉन-रेजीडेंट जमा में शुद्ध प्रवाह वित्त वर्ष 23 में बढ़कर 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.

भारतीय रुपया इस साल जनवरी से स्थिर बना हुआ है. पूंजीगत व्यय में तेजी लाने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं.

खुदरा मुद्रास्फीति 5.1% रहने का अनुमान

आरबीआई को उम्मीद है कि जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आठ प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में छह प्रतिशत और चौथी तिमाही में 5.7 प्रतिशत रहेगी. आरबीआई ने वित्त वर्ष 24 के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.2 के पहले के अनुमान से घटाकर 5.1% कर दिया.