रायपुर। पढ़ना लिखना अभियान अंतर्गत प्रदेशव्यापी चिन्हांकित विकासखण्ड के ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय वार्डों में दिए गए लक्ष्य अनुरूप असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों का चयन पूर्ण कर पोर्टल में प्रविष्टि करें. 22 जनवरी तक सर्वे एवं डाटा एंट्री कार्य पूर्ण कर लें. ऐसा निर्देश मंत्रालय में वीडियों कान्फ्रेसिंग के जरिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक डी. राहुल वेंकट ने समीक्षा बैठक के दौरान राज्य के 28 जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य डाइट एवं जिला परियोजना अधिकारी को दी. इस बैठक में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक प्रशांत कुमार पाण्डेय व दिनेश कुमार टांक उपस्थित थे.

वीडियों कान्फ्रेसिंग के दौरान संचालक वेंकट ने कहा कि मैचिंग बैचिंग द्वारा असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन कार्य पूर्ण कर लें. अभियान में प्रदेश स्तर पर सर्वे एवं डाटा प्रविष्टि की स्थिति, पोर्टल एप निर्माण, जिलों में प्रशासनिक कार्य की स्थिति, विकासखण्ड में ग्राम पंचायत प्रभारी एवं नगरीय निकाय के वार्ड प्रभारियों की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण तथा साक्षरता केन्द्र की तैयारियों की समीक्षा की गई तथा समय सीमा पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश बैठक में उपस्थित सदस्यों को दी.

बैठक में संचालक द्वारा प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य डाइट एवं जिला परियोजना अधिकारी को निर्देश दिया कि अब साक्षरता कक्षा प्रांरभ करने की तैयारियाँ पूर्ण कर ली जाए. अब हमारे सामने दो माह के भीतर 2.5 लाख असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य है. अिब तक अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय स्रोत व्यक्तियों के लिए सामग्री निर्माण कार्यशाला, स्रोत व्यक्तियों का प्रशिक्षण तथा उन्मुखीकरण कार्य भी पूर्ण कर लिए गए हैं. साथ ही मैचिंग-बैचिंग द्वारा असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन कार्य अंतिम पड़ाव पर है.

साक्षरता पाठ आधारित पठन-पाठन एवं मार्गदर्शिका को पीपीटी एवं वीडियों मोड पर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जिसके लिए एससीईआरटी का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है. हम सभी के लिए स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा असाक्षरो को निःशुल्क पढ़ाया जाना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ-साथ चुनौतिपूर्ण कार्य भी है. प्रदेश में अभियान अंतर्गत साक्षरता कक्षा, मोहल्ला कक्षा अतिशीघ्र प्रारंभ करने की कवायद जारी है.

पढ़ना लिखना अभियान के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने अभियान से जुडे़ समस्त गतिविधियों की जानकारी दी तथा अब तक हुए प्रशिक्षण, कार्यशाला व उन्मुखीकरण कार्यक्रम से अवगत कराते हुए आगामी स्वयंसेवी शिक्षको के प्रशिक्षण की वास्तविकता से उपस्थितजनों को बोध कराया. उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से प्रदेश स्तर पर यह अभियान अपने निश्चित लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है तथा आगे बताया कि, स्वयंसेवी शिक्षक प्रशिक्षण संभवतः माह जनवरी के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगी.

इसी क्रम में असाक्षरों एवं स्वयंसेवी शिक्षकों की पोर्टल में डाटा प्रविष्टि की स्थिति अंतर्गत प्रदेश के राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर, रायगढ़, कवर्धा, धमतरी, सरगुजा, सुरजपुर, बलरामपुर व कोरिया जिलों ने दिए गए निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर लिए हैं. वहीं दंतेवाड़ा, जांजगीर-चांपा, बेमेतरा, कांकेर लक्ष्य के करीब पहुंच गए हैं. अब तक महासमुन्द, नारायणपुर व बीजापुर लक्ष्य हासिल करने में बहुत पीछे चल रहे हैं. इसी क्रम में बालोद, बलौदाबाजार, रायपुर, मुंगेली, गरियाबंद, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, सुकमा, कोरबा, कोण्डागांव व जशपुर मध्यमगति से लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं.