अमृतसर. नकली महिला इंस्पेक्टर पिछले 4 साल से शहर में घूम रही थी. लोगों को इंस्पेक्टर बताकर उनके साथ ठगी करती रही. पुलिस थाने चौकी और कट्रोल रूम पर खुद को इस्पेक्टर बताकर वीआईपी ट्रीटमेंट लेती रही. कांस्टेबल से लेकर सब इंस्पेक्टर तक असली पुलिस वाले सैल्यूट मारते रहे. इस समय नकली महिला इंस्पेक्टर पुलिस रिमांड पर है. उसके द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं.

क्वींस रोड पर दो गाड़ियां आपस में टकरा गई. एक कार में से महिला बाहर निकली और खुद को एसएसपी अमृतसर देहाती की रीडर इंस्पेक्टर रमनदीप कौर रंधावा बताया. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी अपना पूरा रोहब डाला. शक होने पर जब जांच की गई तो खुद को इंस्पेक्टर कहने वाली रमनदीप रंधावा धोखेबाज निकली. वह नकली इंस्पेक्टर बनकर घूम रही थी. उसे गिरफ्तार करके दर्ज किया गया है. थाना सिविल लाइन में तैनात सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह के अनुसार शनिवार की शाम को ड्यूटी ऑफिसर थे. उन्हें सूचना मिली थी के कवीस रोड पर बीएमडब्ल्यू और स्विफ्ट डिजायर कर आपस में टकरा गई है. इसके बाद वहां पर हंगामा हो रहा है. जब वह मौके पर पहुंचे तो बीएमडब्ल्यू कार में से एक महिला बाहर निकली. उन्हें कहने लगी के वह इंस्पेक्टर रमनदीप कौर रंधावा है.

एसएसपी अमृतसर देहाती के साथ रीडर तैनात है. पुलिस से कहने लगी के उनकी कार का साइड वाला शीशा टूट गया है. शीशा काफी महंगा है. उनके नुकसान की भरपाई करवाई जाए. दोनों पक्षों में जब मौके पर निपटारा नहीं हुआ तो मौके पर पहुंची थाना सिविल लाइन की पुलिस दोनों पार्टियों को थाने ले गई और थाने में समझोता करवाने का प्रयास किया. मगर वहां पर भी रमनदीप कौर थाने में मौजूद पुलिस पर रौब डालती रही. मगर उसकी बातचीत और तेवर पुलिस जैसे नहीं थे. इसलिए शक हुआ. शक को दूर करने के लिए अमृतसर देहाती पुलिस के अधिकारियों के साथ संपर्क किया गया. उन्होंने बताया के इस नाम की कोई भी महिला इंस्पेक्टर उनके जिले में नहीं है ना ही एसएसपी अमृतसर देहाती के साथ कोई महिला इंस्पेक्टर रीडर तैनात है. इसके बाद थाना सिविल लाइन की पुलिस तुरंत हरकत में आई.

पंजाब पुलिस

पुलिस द्वारा पाइस अप पर जांच की गई तो पता चला के खुद को इंस्पेक्टर रमनदीप रंधावा बताने वाली का असली नाम रणजीत कौर पत्नी बलकार सिंह निवासी गली नंबर से प्रताप नगर है. उसके खिलाफ 5 फरवरी 2022 को थाना बी डिवीजन में 107, 151 के तहत कार्रवाई हुई है. इसके अलावा 7 अक्टूबर 2022 को थाना अजनाला में माइनिंग एक्ट के तहत केस दर्ज है. उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जे से इंस्पेक्टर रमनदीप कौर रंधावा पंजाब पुलिस के नाम के विजिटिंग कार्ड, पहचान पल, नकली मोहर, सोशल वर्कर गोबिंद नगर सुल्तानविंड रोड बरामद की गई है. थाना सिविल लाइन की पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ केस दर्ज किया है. एडीसीपी सिटी 2 प्रभजोत सिंह विर्क और एसीपी नार्थ वरिंदर सिंह खोसा ने बताया नकली महिला इंस्पेक्टर लोगों की आंखों में धूल झोंक रही थी

अभी तक उससे कोई भर्ती बरामद नहीं हुई है नकली पहचान पत्र और विजिटिंग कार्ड मिल चुके हैं जब ट्विंस रोड पर गाड़ी टकराई थी तो नकली महिला इंस्पेक्टर ने खुद कंट्रोल रूम पर फोन किया खुद को इस्पेक्टर बात कर मौके पर पुलिस को भेजने के लिए कहा था. यही कारण है कि सिविल लाइन के एिडशनल एसएचओ और सब इंस्पेक्टर खुद मौके पर पहुंचे थे उसका झूठ आम लोगों में तो चल रहा था मगर पुलिस के सामने उसका झूठ चंद मिनट नहीं चल पाया. इस समय नकली इंस्पेक्टर थाना सिविल लाइन की हवालात में बंद है जांच जारी है और भी खुलसे हो सकते हैं.