जितेंद्र सिन्हा,राजिम. गरियाबंद जिले के अंतिम छोर स्थित छुरा विकासखण्ड के आदिवासी बाहुल्य वनांचल ग्राम कोशमी में संचालित आईएसबीएम यूनिवर्सिटी ग्रामीण छात्र-छात्राओं के लिए किसी वरदान साबित हो रहा है. पर्याप्त संसाधन व आर्थिक आभाव के चलते गांव के छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा हासिल करने से वंचित रहने के साथ ही प्रतियोगी परिचाओ से वंचित रहते थे. ऐसे में आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के साल 2016 में संचालित होने से ग्रामीण प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा उजागर करने का बड़ा स्थान मिला और बहुत ही कम समय में दिन ब दिन यूनिवर्सिटी को मिल रहे प्रतिसाद से उनकी ख्याति भी बढ़ने लगी है.

आईएसबीएम के सालाना जलसे में शरीक हुए मुख्य अतिथि राजिम विधायक अमितेष शुक्ल ने कहा कि यूनिवर्सिटी के चेयरमैन महेश अग्रवाल विनय अग्रवाल को आदिवाशी वनांचल ग्राम में बहुत ही आभाव के बावजूद युनिवर्सटी संचालित कर ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा मुहैया कराने को अभिनव पहल किया है. महाविद्यालय के छात्र छत्राओं के बीच अपनी अनुभव को सांझा करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी के लिए प्रसाशनिक स्तर पर जो भी हर संभव प्रयास व मदद के लिए हमेशा साथ हूं.

आयोजन के अवसर पर यूनिवर्सिटी के ग्रामीण प्रतिभाओं को शिक्षा व कला के क्षेत्र में बेहतर प्रस्तुत्ति देने के लिए प्रशस्ति पत्र व मेमोंटो से सम्मानित किया गया. आयोजन अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं पालक व यूनिवर्सिटी के अध्यापक प्राध्यापक मौके पर उपस्थित रहे.