रायपुर। धान खरीदी के मुद्दे पर सांसदों के साथ राज्य सरकार ने आज एक बैठक की. इस बैठक में सिर्फ कांग्रेस के ही सांसद शामिल हुए. बैठक के लिए बीजेपी के भी सांसदों को बुलाया गया था लेकिन भाजपा सांसदों ने आमंत्रण नहीं मिलने की बात कहते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया. अब इसे लेकर सरकार की ओर से सांसदों को भेजी गई सूचना पत्र को जारी किया गया है. जिसमें सांसदों के कार्यालय से रिसीव होने की बात सामने आई है. सरकार की ओर से जारी किये गए पत्रों से यह साफ होता है कि सभी सांसदों तक बैठक की सूचना भेजी गई थी. 

भाजपा से राज्यसभा सांसद राम विचार नेताम के कार्यालय ने पत्र द्वारा सूचना प्राप्त होने के बाद सरकार को बैठक में शामिल नहीं हो पाने की जानकारी दी थी. जिसमें कहा गया था कि नेताम झारखंड के रांची जिला के प्रवास पर हैं जिसकी वजह से वे बैठक में उपस्थित नहीं हो पाएंगे.

सरगुजा से भाजपा सांसद और केन्द्रीय जनजातीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह के निज सचिव और आईएएस अधिकारी सुरेन्द्र कुमार मीणा ने भी सरकार को पत्र लिखकर जवाब दिया है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने की वजह से मंत्रीजी का धान खरीद एवं कृषकों की समस्याओं से संबंधित बैठक में उपस्थित संभव नहीं हो पा रहा है.

जांजगीर-चांपा से बीजेपी सांसद गुहाराम अजगले के पीए/पीएस द्वारा भी इस मामले में भेजा गया पत्र 4 नवंबर को रिसीव किया गया है. बिलासपुर से भाजपा सांसद अरुण साव के निज सहायक केडी वैष्णव ने पत्र 4 नवंबर को रिसीव किया गया है. पत्र में रिसीविंग समय शाम के 4ः15 लिखी गई है.

वहीं मीडिया से बातचीत में सरकार से सूचना मिलने का इंकार करने वाले रायपुर से भाजपा सांसद सुनील सोनी द्वारा रिसीविंग किया गया पत्र भी सामने आया है. उसमें हस्ताक्षर के साथ ही सुनील सोनी लिखा है, हालांकि यह उन्होंने रिसीव किया है या उनके निज सहायक या किसी अन्य कर्मचारी ने इसकी जानकारी नहीं है.

इसके साथ ही सत्कार अधिकारी दुर्ग द्वारा तहसीलदार दुर्ग को भेजे गए पत्र में दुर्ग जिले में रहने वाले तीनों सांसदों जिसमें भाजपा से  राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय, लोकसभा सांसद विजय बघेल और कांग्रेस से राज्यसभा सांसद मोतीलाल वोरा के निज सहायकों के नाम भेजे गए पत्र को रिसीव किया गया है. जिसमें पत्र प्राप्त करने वालों के हस्ताक्षर मौजूद हैं.

आपको बता दें सरकार द्वारा सभी सांसदों के निज सहायकों के नाम से पत्र भेजा गया था. जिसमें  धान खरीदी और किसानों की समस्याओं को लेकर सीएम के साथ सांसदों की बैठक का जिक्र किया गया था और उन्हें सांसदों को बैठक की जानकारी देने कहा गया था.