नई दिल्ली . भीषण गर्मी के बीच बुधवार को दिल्ली में बिजली की मांग अब तक के इतिहास में सबसे अधिक दर्ज की गई. दोपहर 336 बजे दिल्ली में अभी तक की सबसे अधिक 8302 मेगावाट की मांग रही, जबकि इससे पहले 22 मई को 8000 मेगावाट मांग रही थी.
इस बीच बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड और BSES यमुना पावर लिमिटेड पावर कंपनियों ने बिना किसी रुकावट के बिजली की मांग को पूरा किया. गर्मी के बीच दिल्ली में बीते 12 दिन से बिजली की मांग लगातार 7000 मेगावाट से ऊपर बनी हुई है, क्योंकि गर्मी के बीच कूलर, पंखे और एसी का उपयोग बढ़ा है.
कुछ दिन पहले ही दिल्ली की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि बिजली की बढ़ते उपभोग और मांग के बीच आपूर्ति में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है. बढ़ती गर्मी में बिजली की मांग बढ़ी है बल्कि दिल्ली पानी की किल्लत भी झेल रही है. इसको देखते हुए उन लोगों पर फाइन लगाने का सरकार ने फैसला किया है जो पानी को बर्बाद कर रहे हैं.
इस वक्त दिल्ली में गर्मी अपने पीक पर है. मंगेशपुर इलाके में तापमान 50 डिग्री के पार पहुंच गया है. बुधवार को मंगेशपुर में तामपान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
सरकार की ओर से ये कदम उठाए जा रहे
लू की चपेट में घर के बाहर काम से निकल रहे लोग आ रहे हैं. इसका असर खासकर कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे श्रमिकों पर दिख रहा है. इसलिए LG वीके सक्सेना ने दोपहर 12 से दोपहर 3 बजे तक श्रमिकों के लिए छुट्टी की घोषणा की है. लू की चपेट में आने वाले मरीजों के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में बेड रिजर्व कर दिया है.
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