समीर शेख, बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिला अस्पताल के महिला वार्ड में वसूली का खेल चल रहा है। यहां प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं के परिजनों से आशा कार्यकर्ता और स्टाफ नर्स समेत डॉक्टर रकम की डिमांड करती है। मामले में अभी तीन लोगों के नाम सामने आए हैं। इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। ये सभी गर्भवती और उनके परिजनों को इंदौर रेफर का भय दिखाकर 8 से 10 हजार रुपए ऐंठते थे।

रुपए के लेन-देन के एक मामले में शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। आशा कार्यकर्ता को हटाने के निर्देश जारी कर दिया है। वहीं स्टाफ नर्स को दो दिन पूर्व ही निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर ने कहा कि जांच अभी जारी है, जो नाम सामने आएंगे उन पर कार्रवाई होगी।

दरअसल जिला अस्पताल के महिला वार्ड में प्रसूति के लिए आई महिलाओं के परिजनों से पैसे ऐंठने का काम चल रहा था। इस खेल में आशा कार्यकर्ता उषा वासनिया और स्टाफ नर्स रीना उइके के अलावा डॉक्टर ऋतु खन्ना भी शामिल हैं।

रुपए नहीं देने पर इंदौर रेफर कर देती थी डॉक्टर 

जानकारी के मुताबिक जो भी महिला प्रसूति के लिए महिला अस्पताल आती थी आशा कार्यकर्ता व स्टाफ नर्स उन्हें बाहर रेफर करने का डर दिखाकर ऑपरेशन से डिलेवरी करवाने का बोलती। जिसकी अलग से फीस की डिमांड की जाती थी। रुपए नहीं देने पर इंदौर रेफर कर दिया जाता था। परिजन दूर जाने से डर कर 8 से 10 हजार रुपए दे देते थे।

डॉक्टर के खिलाफ जांच जारी हैः कलेक्टर 

इसकी शिकायत कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा को मिली। कलेक्टर ने जांच दल बनाकर मामले की जांच करवाई तो अभी तक 3 लोगों की मिली भगत सामने आई है। जिसमें एक आशा कार्यकर्ता उषा वासनिया, स्टाफ नर्स रीना उइके के अलावा एक डॉक्टर ऋतु खन्ना भी हैं।कलेक्टर ने आशा कार्यकर्ता को हटाने के निर्देश जारी कर दिया है। वहीं स्टाफ नर्स को दो दिन पूर्व ही निलंबित कर दिया गया है। साथ ही सम्बंधित डॉक्टर को लेकर शासन को पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा की जांच अभी जारी है, जो भी इसमें शामिल है। सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।