पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। नियम विरुद्ध सोलर लगाने के मामले में पुरनापानी सरपंच को एसडीएम ने जेल भेज दिया है. इसके साथ ही बकाया जमा नहीं करने पर 30 दिन तक जेल में रहना पड़ेगा. वसूली प्रकरण में नोटिस जारी करने के बावजूद रुपये जमा नहीं किया था, जिसके बाद कार्रवाई की गई है.
पुरनापानी सरपंच को भारी पड़ गया. एसडीएम टीआर देवांगन ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर 24 मई को पुरनापानी सरपंच पंकज हरपाल क गिरफ्तार कर प्रस्तुत करने पुलिस को निर्देश दिए थे, लेकिन 24 मई को पंकज चकमा देकर भाग गया था.
अब देवभोग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के कारण अवकाश के दिन न्यायालय लगाकर एसडीएम को सुनवाई करना पड़ा. एसडीएम टीआर देवांगन ने बताया कि पंकज हरपाल पर 15वें वित्त की राशि नियम विरुद्ध सोलर पर खर्च करने का आरोप तय किया गया है.
इस पंचायत को 5 लाख से ज्यादा जमा करना था. वसूली प्रकरण के सुनवाई के दरम्यान सरपंच सचिव ने लिखित जवाब देकर राशि जमा करने का दिन तय किया था. तय तिथि में रुपये जमा नहीं करने के कारण पंचायती राज अधिनियम उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार कर 30 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. वसूली की रकम जमा नहीं करते तक न्यायिक अभिरक्षा में ही रहेगा.
16 पंचायतों से 62 लाख की वसूली
15 वें वित्त मद से क्रेडा के बजाए निजी ठेकेदारों से नियम विरुद्ध सोलर लगाने के मामले में 16 पंचायतों से 62 लाख की वसूली कि जानी थी. मामले में छुरा निवासी मनोज ठाकुर द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर किये जाने के बाद प्रशासन सख्त हुआ.
दो माह से चल रहे वसूली प्रकरण में अब तक 18 लाख 56 हजार जमा कर लिया गया है. हालांकि इस कार्रवाई के बाद अब जिले में अन्य जनपद क्षेत्रों में भी इसी तरह 15 वे वित्त से निजी फर्मों से सोलर लाइट लगाया गया है, जिस पर कार्रवाई की मांग उठ रही है.
याचिकाकर्ता मनोज मनोज ठाकुर ने कहा कि केवल देवभोग जनपद ही नहीं जितने भी जनपदों में नियम विरुद्ध सोलर लगाए गए हैं, सभी पर कार्रवाई के लिए पत्राचार किया जा रहा है. इस मामले में भी जल्द न्यायालय की शरण मे जाऊंगा.