लखनऊ. एक्टिविस्ट सोनम वांगचुंग के दिल्ली कूच को लेकर अखिलेश यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मोदी सरकार पर लद्दाख के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सोशिल मीडिया X पर इस संबंध में पोस्ट किया है.

अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘लद्दाख को बचाने की कोशिश अपनी सीमावर्ती जमीन को बचाना भी है. अगर चारागाह पर धीरे-धीरे दूसरों का कब्जा होता जाएगा तो लद्दाख के पश्मीना चरवाहों की भेड़-बकरियों और उनसे जुड़े उत्पादों के लिए घोर संकट पैदा हो जाएगा. जिसका सीधा संबंध लद्दाख के समाज के जीवनयापन से जुड़ा है. इसीलिए ये मुद्दा एक संवेदनशील सामरिक मुद्दे के अलावा एक बेहद चिंतनीय आर्थिक-सामाजिक मुद्दा भी है.’

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उन्होंने आगे लिखा है कि ‘लद्दाख के मुद्दे को बड़े चश्मे से देखने की जरूरत है. इसके लिए उठ रही आवाज़ों को दबाना, देश के लिए चुनौती बन रही एक बड़ी दखलंदाजी से मुंह मोड़ना है. इसीलिए लद्दाख के मुद्दे को प्राथमिकताओं में भी प्राथमिकता मानना चाहिए. इस संदर्भ में ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार को बार-बार लद्दाख की परेशानियों और चुनौतियों की याद दिलानी पड़ती है. जब कोई जान बूझकर सुनना नहीं चाहता है, तो जान बूझकर उसे फिर से सुनाया जाता है. इसीलिए हमने पहले भी कहा था, आज फिर से वही पूरी बात दोहरा रहे हैं : ‘पानी और नमक’ के सहारे अनशन करनेवालों का महत्व वो भाजपा क्या समझेगी, जिसकी आंख का पानी मर गया है और जो नमक का कर्ज तक चुकाना नहीं जानती.’

हम सबका सम्पूर्ण समर्थन है- अखिलेश

उन्होंने आगे लिखा कि ‘देश की जनता सोनम वांगचुक जी के लद्दाख, देश की सीमाओं व पर्यावरण की रक्षा के लिए किये जा रहे संघर्ष में हर तरह से उनके साथ हैं. हम सबका ‘सम्पूर्ण समर्थन’ उनके इस महान आंदोलन को कामयाब बनाएगा. भाजपा के वसूली के बल पर जमा किये गये पैसों के अंबार से जन्मे अहंकार ने उसकी देखने, सुनने और समझने की शक्ति छीन ली है. ये भाजपा का पतनकाल है.’