दिल्ली. एक्टिविस्ट रेहाना फातिमा को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें नौकरी से भी बर्खास्त कर दिया गया है। रेहाना को कोच्चि से मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। रेहाना पर आरोप है कि उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए अयप्पा के भक्तों को आहत करने का काम किया है। बता दें कि रेहाना उन दो महिलाओं में शामिल थीं, जिन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन में सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की थी।
धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में रेहाना के खिलाफ आईपीसी की धारा 295ए के तहत केस दर्ज हुआ था। 30 अक्टूबर को रेहाना ने केरल उच्च न्यायालय को अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, जिसे 16 नवंबर को केरल उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था। उच्च न्यायालय ने केरल पुलिस को कार्यकर्ता के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के साथ आगे बढ़ने के निर्देश दिए थे।
पुलिस स्टेशन के बाहर मीडिया से बात करते हुए रेहाना ने कहा, ‘ये तथाकथित ब्राह्मण एक महिला के नंगे पैर की देखने भर से इतने परेशान हो गए हैं।’ बता दें कि रेहाना के बयान का सीधा संदर्भ उस फोटो से था, जिसको लेकर उसे गिरफ्तार किया है। अपनी फेसबुक पोस्ट में वह एक अयप्पा की भक्त के रूप में बैठी है लेकिन अयप्पा भक्तों का आरोप है कि उसने फोटो में सिर्फ नग्नता दिखाई है।