रायपुर। छत्तीसगढ़ भयंकर सूखे की चपेट में है. राज्य सरकार की रिपोर्ट से ज्यादा गंभीर परिणाम केन्द्रीय जांच दल की रिपोर्ट में सामने आई है. केन्द्र से आई अधिकारियों की टीम ने 6 जिलों का दौरा कर जो रिपोर्ट बनाई है उसमें 85 प्रतिशत सूखा होने की बात कही है. मुख्य सचिव विवेक ढांढ के साथ केन्द्रीय जांच दल ने बैठक की. बैठक में केन्द्रीय जांच टीम के अधिकारियों ने कहा जिन जिलों में वे अध्ययन करने पहुँचे वहां स्थिति राज्य सरकार की रिपोर्ट कहीं ज्यादा गंभीर है.
दल के सदस्यों ने ये माना की प्रदेश के 21 जिलों में सूखा है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक सूखा प्रभावित इलाकों में चारा, पेयजल, निस्तारी की विकट समस्या है. केन्द्रीय जांच दल ने बेमेतरा, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, महासमुंद, धमतरी सहित 6 जिलों का दौरा किया. इन सभी जिलों में टीम ने पाया की स्थिति बेहद ही खराब है. धान का फसल पूरी तरह बर्बाद है. किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है. केन्द्रीय जांच दल रायपुर से दिल्ली लौट चुकी है. 1 सप्ताह के भीतर जांच दल मंत्रीस्तरीय हाईपावर कमेटी को रिपोर्ट सौंपेेगी.
इससे पहले राज्य सरकार पटवारियों से सूखा का सर्वे करा कर केन्द्र को भेजी रिपोर्ट में 4401 करोड़ की मांग की थी. इसमें 1500 करोड़ मनरेगा, 1750 करोड़ फसल क्षति अनुदान, 557 करोड़ पोषाहार मध्यान भोजन, 250 करोड़ पेयजल-निस्तारी.