जियोब्रेन 5जी की उच्च गति और कम विलंबता को मशीन लर्निंग क्षमताओं जैसे विसंगति का पता लगाने, पूर्वानुमान लगाने और स्वचालन के साथ एकीकृत करता है.
मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को समूह की 47वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो ऐसे उपकरणों और अनुप्रयोगों का सेट विकसित कर रहा है, जो संपूर्ण कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जीवनचक्र को कवर करते हैं, जिसे ‘जियोब्रेन’ कहा जाता है,
अंबानी ने कहा, “हम रिलायंस की अन्य ऑपरेटिंग कंपनियों में भी इसी तरह के बदलाव लाने और उनकी एआई यात्रा को भी तेज करने के लिए जियोब्रेन का उपयोग करना शुरू कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि रिलायंस के भीतर जियोब्रेन को बेहतर बनाकर, हम एक शक्तिशाली एआई सेवा प्लेटफ़ॉर्म बनाएंगे जिसे हम अन्य उद्यमों को भी दे सकते हैं.”
जियोब्रेन 5G की उच्च गति और कम विलंबता को मशीन लर्निंग क्षमताओं जैसे विसंगति का पता लगाने, पूर्वानुमान लगाने और स्वचालन के साथ एकीकृत करता है. प्लेटफ़ॉर्म नेटवर्क एज और सेवा प्रदाता क्लाउड में मशीन लर्निंग (ML) मॉडल को प्रशिक्षित और लागू कर सकता है.
अंबानी ने कहा कि कंपनी गुजरात के जामनगर में एआई-तैयार डेटा सेंटर स्थापित करेगी, जो कंपनी की हरित ऊर्जा से संचालित होंगे. इसके साथ ही डिजिटल हमारे इन-हाउस शोध का एक और प्रमुख क्षेत्र है. हमने 6G, 5G, AI-लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI-डीप लर्निंग, बिग डेटा, डिवाइस, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स और नैरोबैंड-IoT में पेटेंट दायर किए हैं.