सत्यपाल राजपूत, रायपुर। न्यूरो की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए थोड़ी राहत की खबर है. अब उन्हें इलाज के लिए प्रदेश के बाहर या प्राइवेट हॉस्पिटलों में मोटी रकम नहीं चुकानी होगी और ना ही इलाज के लिए भटकना पड़ेगा. प्रदेश में न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अभिजीत कोहाट को दाऊ कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रायपुर में पदस्थ किया गया है जो प्रदेश के इकलौते डॉक्टर हैं. बता दें कि पिछले 9 सालों से प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में न्यूरोलॉजी डॉक्टर नहीं था.

दाऊ कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के उप अधीक्षक हेमंत शर्मा ने बताया कि सिंगापुर से डॉक्टर अभिजीत कोहाट आ चुके हैं जो डी.के.एस हॉस्पिटल में हफ्ते के 4 दिन यानी सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को मरीज देखते हैं. फिलहाल दिन में 40 से 50 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं जिनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही उन्होने बताया कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में ये एक मात्र डॉक्टर है जो डीकेएस में पदस्थ है.

न्यूरोलॉजी क्या है ?
न्यूरोलॉजी, चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें तंत्रिका संबंधी रोगों का उपचार किया जाता है. तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) मस्तिष्क (ब्रैन), मेरुरज्जु (स्पाइनल कॉर्ड) और इनसे निकलने वाली तंत्रिकाओं (नर्व्स) से बना होता है. तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय का कार्य मुख्यतया मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु के द्वारा किया जाता है.

मेडिकल जानकारों की राय
1 हजार लोगों में 40 लोगों को न्यूरोलॉजी के मरीज होते हैं, उन्हें न्यूरोलॉजिस्ट की जरूरत होती है. सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ये प्रमुख विभाग होता है, प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर होना चाहिए.