हरिश्चंद्र शर्मा, ओंकारेश्वर। आदि शंकराचार्य की संन्यास एवं ज्ञानभूमि ओंकारेश्वर में आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण वातावरण के बीच शुक्रवार को 40वें अद्वैत जागरण युवा शिविर का शुभारंभ हुआ। आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास एवं संस्कृति विभाग, मप्र शासन द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह राष्ट्रीय स्तर का शिविर इस बार भी 14 दिसंबर तक चलेगा। देश के 15 से अधिक राज्यों से आए 46 युवा इस अद्वैत साधना यात्रा में सहभागी बन रहे हैं।

मंत्रों और आध्यात्मिक ध्वनियों का अद्भुत संगम

शिविर का उद्घाटन चिन्मय मिशन, इंदौर के आचार्य स्वामी प्रबुद्धानंद सरस्वती की पावन उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस दौरान ओंकारेश्वर की पवित्र भूमि पर वेदों, मंत्रों और आध्यात्मिक ध्वनियों का अद्भुत संगम दिखाई दिया।

महान ग्रंथ ‘तत्त्वबोध’ का गहन अध्ययन एवं मनन करेंगे

आने वाले 10 दिनों तक युवा प्रतिभागी स्वामी प्रबुद्धानंद सरस्वती के सान्निध्य में आदि शंकराचार्य द्वारा रचित महान ग्रंथ ‘तत्त्वबोध’ का गहन अध्ययन एवं मनन करेंगे। शिविर की दिनचर्या में प्रतिदिन योग, ध्यान, समूह चर्चा, प्रश्नोत्तर सत्र, नर्मदाष्टकं, सत्संग और संकीर्तन शामिल किए गए हैं।

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