हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शासकीय लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्टरता पाठ पढ़ाने के मामले में सात सदस्यीय समिति की रिपोर्ट सामने आ गई है. समिति की रिपोर्ट के आधार पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ा निर्णय लिया है. शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय इंदौर के प्रभारी प्राचार्य डॉ इनामुर्र रहमान और सहायक प्राध्यापक डॉ मिर्जा मौजीज बेग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. महाविद्यालय में पदस्थ तीन अतिथि विद्वान् को फालेन आउट किया गया है. इसी मामले में आज ही विवादित पुस्तक की लेखिका लेखिका डॉ. फरहत खान को भी गिरफ्तार किया गया है.

यह है पूरा मामला

इंदौर के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलएम थर्ड सेमेस्टर की पढ़ाई में सामूहिक हिंसा पद्धति की बुक में हिंदू विरोधी लेख लिखे जाने से एबीवीपी के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. इसके साथ ही एबीवीपी ने कॉलेज की गेस्ट फैकल्टी पर आरोप लगाया है कि गेस्ट फैकल्टी कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं पर मुस्लिम छात्रों के साथ पब, रेस्टोरेंट में जाने के लिए दबाव बनाते हैं. ऐसा नहीं करने वाले छात्रों के नंबर काट दिए या कम कर दिए जाते हैं. उन्हें फेल भी कर दिया जाता है. मामला सामने आने के बाद एबीवीपी ने कॉलेज कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया.

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विरोध के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने 6 फैकेल्टियों पर जांच के आदेश जारी किए हैं. छात्रों की शिकायत के बाद 6 प्राध्यापकों को 5 दिन के लिए कॉलेज आने से मना किया. एबीवीपी के छात्रों का कहना है कॉलेज में लव जिहाद तो एक विषय है. इसके अलावा कई अन्य विषय है. हमें एलएलएम सेकंड सेमेस्टर की एक किताब मिली है. जिसमें हिंदू विरोधी बातें लिखी हुई हैं.

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17 सूत्रीय मांगे हैं. हिंदू विरोधी जो हरकतें कॉलेज में हो रही है. मुस्लिम प्रोफेसर द्वारा जो हरकत की जा रही है. हिंदू छात्रों को बहला-फुसलाकर कैफे पब और रेस्टोरेंट ले जाने की बातें सामने आई है. वहीं विवादास्पद लेखिका फरहत खान को पुणे से गिरफ्तार भी कर लिया गया है.

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