पी. रंजनदास, बीजापुर. थक कर ना बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर, मंजिल भी मिलेंगी और मिलने का मजा भी आएगा. इन्हीं पंक्तियों को बीजापुर की बेटियों ने चरितार्थ कर दिखाया है. पड़ोसी मुल्क चीन में 29 अगस्त से आयोजित एशियन गेम्स अंतर्गत साफ्टबॉल स्पर्धा में अंडर 18 भारतीय टीम में बीजापुर खेल अकादमी की दो मेधावी खिलाड़ी रेणुका तेलाम और विमला का चयन हुआ है. इसके साथ ही नेशनल टीम के लिए प्रशिक्षक सोपान कर्णेवार का बतौर कोच सलेक्शन हुआ है.

बीजापुर की दोनों मेधावी खिलाड़ी पड़ोसी मुल्क चीन में अपना जौहर दिखाएंगी, जहां एश्यिा महाद्वीप के चीन, अर्जेंटिना, जापान, सिंगापुर, थाईवान, फिलिपिन्स और होंगकोंग की टीम से भारतीय टीम भिड़ेगी. खेल अकादमी में संचालित साफटबॉल के खिलाड़ियों ने अब तक कई राष्ट्रीय पदक जिले को दिए हैं. इसके अलावा एशियन गेम्स तक यहां के खिलाड़ी छलांग लगा चुके हैं.

प्रशिक्षक सोपान कर्णेवार की मानें तो यह उनके लिए सुखद आश्चर्य है. प्रशासन की तरफ से सुविधाओं के विकास से प्रतिभाओं काे निखरने का अवसर मिल रहा है. इसी का परिणाम है कि बीजापुर जैसे माओवाद ग्रस्त और पिछड़े जिले के बच्चे अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमाने में कामयाब हो रहे हैं. आने वाले समय में ओलंपिक गेम्स में भी यहां के बच्चे देश का नाम रोशन करेंगे.

चयनित खिलाड़ी रेणुका, विमला का कहना है कि मेहनत का परिणाम है कि उन्हें यह मुकाम मिला है. घंटों-घंटों ग्राउंड पर वक्त बीताना, शाम ढलने के बाद रोशनी का पर्याप्त प्रबंध न होने के बावजूद श्रेष्ठता साबित करने प्रैक्टिस पर फोकस किया. उनका सपना ओलंपिक गेम्स में भारतीय टीम का हिस्सा बन वहां भारत का डंका बजाना है.

गौरतलब है कि बीजापुर में खेल अकादमी के तहत् साफटबॉल के खिलाड़ियों ने भारत ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी अपनी छाप छोड़ी है, जिसमें प्रशिक्षक सोपान कर्णेवार की भूमिका सबसे बड़ी है. खिलाड़ियों के निरंतर बेहतर प्रदर्शन की बदौलत बीजापुर जिले के नाम मेडल आ रहे हैं. प्रशिक्षक के साथ अन्य खिलाड़ियों को भी पूरी उम्मीद है कि चीन में होने जा रहे एशियन गेम्स में यहां के बच्चे स्ट्राइक पर स्ट्राइक दागेंगे.