रायपुर। सारकेगुड़ा मुठभेड़ की न्यायिक जांच की रिपोर्ट मीडिया में लीक होने से प्रदेश का एक बार फिर राजनीतिक पारा चढ़ गया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाते हुए इसे विधानसभा की अवमानना बताया है. विधानसभा के चलते इस तरह रिपोर्ट को लीक करके सरकार ने बड़ा अपराध किया है. उन्होंने इसकी जांच किये जाने और दोषियों पर कार्रवाई की जाने की मांग की है.
डा रमन ने कहा, “सारकेगुड़ा की जांच रिपोर्ट सरकार के पास एक महीने से पड़ी है. एक महीने हो गया. सरकार के पास सारकेगुड़ा का रिपोर्ट आए. 2012 में मैंने कमेटी बनाई थी. उस समय दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी. न्यायिक जांच की रिपोर्ट जब सरकार के पास एक महीने से आकर पड़ी है. विधानसभा का सत्र चल रहा है. विधानसभा में प्रस्तुत होना चाहिए. मगर विधानसभा में पेश न करके मीडिया में लीक किया गया. हिंदुस्तान के सारे अंग्रेजी अखबारों में इसको छापा गया है. विधानसभा सत्र चलते इस तरह न्यायिक जांच रिपोर्ट को लीक करने यह सरासर विधानसभा का अवमानना है. इस अवमानना के विषय को लेकर कल विधानसभा में प्रश्न उठाएंगे. सरकार की पहली जवाबदारी है कि रिपोर्ट विधानसभा में पेश करे. मीडिया में कैसे पहुंच गया यह जांच का विषय है. दोषी हो उस पर कार्रवाई हो. विधानसभा के चलते इस तरह रिपोर्ट को लीक करके सरकार ने बड़ा अपराध किया है.”
आपको बता दें न्यायिक आयोग ने एक माह पहले सरकार को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी. जांच रिपोर्ट में आयोग ने कहा है कि मुठभेड़ में 17 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या हुई थी. इसके साथ ही यह भी कहा है कि मुठभेड़ में किसी नक्सली के मारे जाने या घायल होना प्रमाणित होना नहीं पाया गया है.