अमृतसर. पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार आगामी गणतंत्र दिवस 2025 के शांतिपूर्ण और सुरक्षित आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को कई शहरों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने, पुलिस उपस्थिति बढ़ाने और रात में गश्त तेज करने के निर्देश दिए।


डीजीपी गौरव यादव ने विशेष डीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) आर.एन. ढोके, एडीजीपी (एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स) नीलाभ किशोर, और एडीजीपी (एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स) प्रमोद बान के साथ अमृतसर और जालंधर पहुंचकर संबंधित पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठकें कीं। उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों, नशा तस्करी पर रोकथाम और संगठित अपराध के खिलाफ चल रही कार्रवाई की भी समीक्षा की।


डीजीपी ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। शांति और सौहार्द बनाए रखने, गश्त तेज करने, और सुरक्षा उपायों को प्रभावी बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।


रात के समय गश्त पर जोर


डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को नियमित गश्त और जांच तेज करने का निर्देश दिया, खासकर रात के समय। उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों और सीमावर्ती जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के आदेश भी दिए ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके। सभी पुलिस अधिकारियों को संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर नजर रखने और सुरक्षा उल्लंघन की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा गया।


नाके मजबूत करने के निर्देश


डीजीपी ने पुलिस नाकों को मजबूत करने और अधिकतम वाहनों की जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।


विदेशों में छिपे अपराधियों पर कार्रवाई


डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विदेशों में छिपे अपराधियों को पकड़ने के लिए लुकआउट सर्कुलर (एलओसी), रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन), ब्लू कॉर्नर नोटिस (बीसीएन), ओपन गिरफ्तारी वारंट, और प्रत्यर्पण प्रस्ताव जारी करने की प्रक्रिया तेज करें। इस बैठक में आईजीपी लुधियाना रेंज धनप्रीत कौर, सीपी अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, सीपी जालंधर स्वप्न शर्मा, डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह, डीआईजी जालंधर रेंज नवीन सिंगला सहित कई अन्य एसएसपी और अधिकारी मौजूद थे।

डीजीपी ने स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति न दी जाए और हिंसा में शामिल व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।