मुंबई। आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किये गए रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके साथ ही अर्नब को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम में मौजूद एक महिला अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोप में एक और एफआईआर दर्ज की गई है।
आपको बता दें रिपब्लिक टीवी एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में बुधवार की सुबह पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार किया। मामला साल 2018 का है। मई के महीने में इंटीरियर डिजायनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने अलीबाग स्थित अपने घर मे आत्महत्या कर लिया था। अन्वय के द्वारा एक सुसाइड नोट भी छोड़ा गया था, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए अर्नब गोस्वामी सहित तीन को जिम्मेदार ठहराया था।
अर्नब पर आरोप है कि उन्होंने अपने अपने दफ्तार का काम करवाया और उसका 83 लाख रुपये नहीं दिया। अन्वय नाइक और उनकी मां की आत्महत्या के बाद पुलिस ने जांच शुरु की लेकिन मामले की फाइल बंद कर दी गई। जिस दौरान का यह मामला है उस दौरान राज्य में भाजपा की सरकार थी। सत्ता परिवर्तन के साथ ही पीड़ित परिवार ने नई सरकार के सामने न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित परिवार की गुहार पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले को जांच के लिए सीआईडी को सौंप दिया था।
इसी मामले में सुसाइड नोट में अर्नब के अलावा और जिन दो लोगों का नाम था पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक का नाम नितेश सारडा है और दूसरे का फिरोज शेख। नितेश सारडा पर सुसाइड नोट में 55 लाख रुपये और फिरोज शेख पर 4 करोड़ रुपये बकाया होने का आरोप है।