यशवंत साहू, भिलाई. पद्मनाभपुर फ्लाईओवर पर 3 मार्च की रात ढाई बजे हुए सड़क हादसे में मारे गए लोकेश डहरे की मौत को रिसाली के लोग भुला नहीं पा रहे हैं. इस हादसे ने जहां एक घर का चिराग बुझा दिया, तो वहीं पांच बहनों से उनका इकलौता भाई छीन लिया. इस मामले में पुलिस अब तक लोकेश की मौत के जिम्मेदार आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसे लेकर रिसाली के सैकड़ों लोगों ने लोकेश को न्याय दिलाने कैंडल मार्च निकाला.

रिसाली नगर निगम के वार्ड पार्षद अनूप डे ने बताया कि लोकेश कांग्रेस कार्यकर्ता होने के साथ यहां के लोगों का हर सुख-दुख का साथी था. वह राजनांदगांव जिले के बैगाटोला का रहने वाला है, लेकिन 5 बहनों में इकलौता भाई होने से सभी बहनें उसे पलकों पर बैठाकर रखती थीं. उसकी एक बहन शादी के बाद से रिसाली में रहती है, तो लोकेश भी उन्हीं के पास रहने लगा.

पार्षद ने बताया कि अपने स्वभाव से लोकेश सभी का चहेता हो गया था. यही कारण है कि उसके जाने के बाद उसकी बहनें, माता-पिता के साथ ही पूरा रिसाली आंसू बहा रहा है. पार्षद अनूप डे, सहित लोकेश के दोस्त और बड़ी संख्या में रिसाली की महिलाएं और युवतियों ने मिलकर लोकेश के लिए न्याय मांगने कैंडल मार्च निकाला.

इस तरह हुई थी दुर्घटना

3 मार्च की रात लोकेश अपने साथी विक्रांत जो कि सांसद विजय बघेल के प्रतिनिधि प्रमोद सिंह का भतीजा है. उसके साथ बाइक से जा रहा था. साथ ही दूसरी बाइक में जयसिंह मरकाम और यशवंद दो अन्य लड़के थे. चारों लोग एक नेता के जन्मदिन पर लग रहे पोस्टर बैनर को देखने जा रहे थे. जैसे वह लोग पद्नाभपुर फ्लाईओवर पहुंचे, तभी रांग साइड से लगभग 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से स्कार्पियो सीजी 04 डीएच 0551 आई और दोनों बाइकों को टक्कर मार दी.

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जानकारी के अनुसार, टक्कर इतनी तेज थी कि लोकेश और उसका साथी हवा में कई फिट ऊपर तक उछले और लोकेश ब्रिज के नीचे जा गिरा. स्कार्पियों में सवार सभी लोग पार्टी करके नशे में चूर होकर आ रहे थे. वह लोग दुर्घटना के बाद गाड़ी वहीं छोड़कर भाग गए. लोकेश को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण लोकेश की मौत हो गई. वहीं लोकेश के अन्य साथी खतरे से बाहर हैं.