प्रमोद निर्मल, मानपुर. शिक्षकों की कमी व बदहाल शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ मानपुर वनांचल के वासियों ने स्कूली बच्चों के साथ पहुंचकर बीईओ दफ़्तर का घेराव कर दिया. करीब दो घंटे कड़ी धूप में महिलाओं और स्कूली बच्चों समेत ग्रामीण अपनी समस्या के समाधान के लिए डटे रहे. नायब तहसीलदार तो यहां पहुंचे पर बीईओ साहब नदारत मिले. घंटों बीईओ ऑफिस के सामने प्रशासन व ग्रामीणों के बीच आक्रोश के बीच बातचीत हुई, लेकिन लंबे समय बाद भी बीईओ नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों का आक्रोश उबल पड़ा. दर्जनों गांवों से सैकड़ों की तादात में पहुंचे ग्रामीण नाराजगी जाहिर करते हुए स्थानीय बस स्टैंड पहुंचे. और यहां चक्काजाम कर सड़क पर बैठ गए. यहां भी करीब घंटे भर तक बीईओ नही पहुंचे.

आक्रोशित ग्रामीणों ने बीईओ हटाओ-मानपुर बचाओ का नारा लगाते ग्रामीण यही डटे रहे. बीईओ की खिलाफत शुरू हुई तो साहब तुरंत यहां पहुंच गए. जैसे ही बीईओ यहां पहुंचे उन पर आक्रोश दिखाते हुए ग्रामीणों ने समस्या के लिए उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई. जब बीईओ ने मांगों को तत्काल पूरा करने में असमर्थता जता कर उच्च अधिकारियों को मांगों को पूरा करने में सक्षम बताया तो आक्रोशित महिलाओं ने बीईओ को चूड़ियां तक थमा दी. वहीं सक्षम अधिकारी या कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग लेकर ग्रामीण सड़क पर ही बैठे रहे.

काफी नोकझोक के बाद जब बीईओ ने 15 दिन के भीतर समस्या सुलझाने का लिखित आश्वासन दिया. तब जाकर ग्रामीणों का आक्रोश कम हुआ. और ग्रामीणों ने ये चेतावनी देते हुए कि 15 दिन के भीतर व्यवस्था नहीं सुधरने व मांगे पूरी नहीं होने पर स्कूलों में ताला जड़कर चाबियां प्रशासन को थमा देंगे, प्रदर्शन को समाप्त किया.

विधायक पर भी हुए नाराज

ग्रामीणों ने मौके से क्षेत्रीय विधायक को भी मोबाइल पर संपर्क किया. विधायक ने जैसे ही फोन उठाया उन पर भी बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर खासी नाराजगी दिखाई गई. स्कूली बच्चे भी प्रदर्शन में पहुंचे, लिहाजा बुधवार को कई स्कूलों में अध्यापन नहीं हो सका. मशलन मदनवाड़ा, मुचर, आमाटोला, कारेकट्टा समेत अन्य स्कूलों में पढ़ाई नहीं हुआ.