नितिन नामदेव, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मे़डिकल कॉलेजों में PG कोटा को लेकर जारी ताजा आदेश से विवाद खड़ा हो गया है. नए आदेश से नाराज जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (JDA) ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंंत से मुलाकात कर समस्याएं बताई. डॉ. महंत ने समस्याओं को समझते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर छात्रहित में आदेश वापस लेने का आग्रह किया है.

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दरअसल, चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक दिसंबर से पीजी सीटों की संरचना में बदलाव किया है. संशोधित नीति के तहत, राज्य के लिए आरक्षित 50 प्रतिशत सीटों में से 25 प्रतिशत सीटों को ओपन मेरिट कोटे में रखा गया है. एसोसिएशन से जुड़े छात्रों का कहना है कि नया नियम बाहरी राज्यों से पढ़े उम्मीदवारों को भी ओपन मेरिट के माध्यम से समान रूप से प्रतिस्पर्धा का अवसर देता है. इससे राज्य के मेडिकल ग्रेजुएट्स को नुकसान होगा.

छात्रों से मुलाकात के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत मुख्यमंत्री साय को लिखे पत्र में कहा कि छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेज में छत्तीसगढ़ के छात्रों को महज 25 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है. जो पिछले वर्षों की तुलना में बहुत कम है. इसके साथ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर छात्रहित में निर्णय की अपेक्षा व विश्वास करते हुए आग्रह किया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में छत्तीसगढ़ के छात्रों के लिए 50% सीट आरक्षित करें.