नई दिल्ली. अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि नोटबंदी के बाद सरकार से विवाद चल रहा था जिस वजह से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उर्जित पटेल आरबीआई में सरकार के हस्ताक्षेप से नाराज थे. रघुराम राजन के कार्यकाल के बाद सिंतबर 2016 में उर्जित पटेल गवर्नर बने थे.
रिजर्व बैंक और सरकार के बीच पिछले कुछ समय से तनानती चल रही थी. सरकार के सेक्शन 7 के उपयोग करने को लेकर ये तनातनी चल रही थी. उर्जित पटेल के इस्तीफे की बात पहले भी सामने आई थी तब सरकार ने बयान जारी कर कहा कि रिजर्व बैंक स्वायत्तता रिजर्व बैंक के एक्ट के तहत जरूरी है.
उर्जित पटेल ने कहा है कि उन्होने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक में काम करना सम्मान की बात है. उर्जित पटेल ने कहा कि आरबीआई के स्टाफ और सरकार से बहुत सहयोग मिला. अपने निजी कारणों से मैं इस्तीफा दे रहा हूं.
सेक्शन 7 के तहत सरकार रिजर्व बैंक को आम जनता के हितों को लेकर निर्देश दे सकती है. इस सेक्शन का अब तक उपयोग नहीं हुआ था. सरकार और उर्जित पटेल के विवाद के बाद रिजर्व बैंक ने बोर्ड बैठक भी बुलाई थी. इसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई थी.