रायपुर. गृहमंत्री अमित शाह द्वारा भारत के धार्मिक विभाजन के लिए, कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल गलत है, झूठ है, बेबुनियाद है, तथ्यों से परे है. प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारत के विभाजन की असली जिम्मेदार भाजपा का पितृ संगठन हिन्दू महासभा और मुस्लिम लीग थे. हिन्दू महासभा और मुस्लिम लीग यह दोनों संगठन ही अंग्रेजी साम्राज्य के ईशारे पर देश में धर्म और संप्रदाय के आधार पर राजनीति शुरू करने के गुनाहगार है.

प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अंग्रेजों के फूट डालो और राज करो नीति को खाद पानी हिन्दू महासभा और मुस्लिम लीग ने दिया. टू नेशन थ्योरी के लिए असली जिम्मेदार हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग है. 3 बार हिंदू महासभा ने मुस्लिम लीग के साथ मिलकर स्वाधीनता से पहले सरकारें बनाई. मुस्लिम लीग के, उसमें मंत्री कौन शामिल हुए-श्यामा प्रसाद मुखर्जी. मुस्लिम लीग की सरकार में मंत्री थे बंगाल में-श्यामा प्रसाद मुखर्जी और उस सरकार की सराहना किसने की – सावरकर ने. एनडब्ल्यूएफपी, सरदार औरंगजेब खान, जो मुस्लिम लीग के थे, उन्होंने सरकार बनाई और हिंदू महासभा के मेहर चंद खन्ना, उस सरकार में वित्त मंत्री थे और हिंदू महासभा एवं आर.एस.एस. के बहुत घनिष्ठ रिश्ते थे.

इतिहास के पन्ने खोलेंगे तो बहुत मधुर रिश्ते थे सावरकर के डा. हेडगेवार के साथ. ये टू नेशन थ्योरी की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने नहीं रखी थी, टू नेशन थ्योरी की बुनियाद एक तरफ हिंदू महासभा ने रखी थी और दूसरी तरफ मुस्लिम लीग ने रखी थी. वो इसलिए क्योंकि जो अंग्रेजी साम्राज्यवाद था, वो कांग्रेस पार्टी को कमजोर करना चाहते था. कांग्रेस पार्टी आजादी की लड़ाई लड़ रही थी, जब बगैर भारत के लोगों से पूछे 1 सितंबर, 1939 में भारत को दूसरे महायुद्ध में शामिल किया गया और कांग्रेस की मिनिस्ट्रियों ने सूबों में इस्तीफा दिया, तो इन लोगों ने चाहे वो हिंदू महासभा वाले हों, चाहे मुस्लिम लीग वाले हों, उन्होंने उन सरकारों को चलाया, जब कांग्रेस के नेता आजादी के आंदोलन में सारे जेल चले गए.

प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा और अमित शाह में साहस हो तो कांग्रेस पर झूठे आरोप मढ़ने के बजाय देश की आजादी की लड़ाई में भाजपा के पितृ संगठनों के योगदान को बतायें? हिन्दू महासभा का गठन 1925 में हुआ, देश आजाद 1947 में हुआ. इन 25 सालों में हिन्दू महासभा ने देश की आजादी के आंदोलनों के लिये क्या किया था? इतिहास इस बात को प्रमाणित करता है कि अगर भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ तो उसकी बुनियादी नींव हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने रखी थी.