नोएडा . नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-82 बस टर्मिनल को किराये पर देने की तैयारी शुरू कर दी है. यहां पर बैक्वेंट हॉल, रेस्तरां और बैंक समेत अन्य प्रतिष्ठान खोले जाएंगे. इसके लिए 1 सप्ताह से 10 दिन के अंदर रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी करने की योजना है. यह इमारत करीब 2 साल से बनकर खड़ी है.

नोएडा प्राधिकरण के CEO ने बस टर्मिनल की इमारत को किराये पर देने के लिए खाली जगह से संबंधित रिपोर्ट ट्रैफिक सेल से मांगी है. इस इमारत में परिवहन निगम के अलावा एक साइबर क्राइम पुलिस का दफ्तर खुला हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि अब इसको अलग-अलग हिस्सों में बांटकर किराये पर दिया जाएगा. सिटी बस टर्मिनल 30 हजार 643 वर्ग मीटर एरिया में बना हुआ है, जिसमें से 13 हजार 532 वर्ग मीटर एरिया बिल्टअप है यानी इतने हिस्से में निर्माण हो रखा है. अधिकारियों ने बताया कि भूतल और द्वितीय तल को व्यावसायिक संपत्ति के लिए किराये पर दिया जाएगा. इन तल पर बैक्वेंट हॉल, रेस्तरां और बैंक आदि खोले जाएंगे. दफ्तर स्पेस के लिए कुछ IT कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है. इमारत में प्राधिकरण के सिविल विभाग के वर्क सर्किल-7, 8 और 9 के दफ्तर यहां शिफ्ट होंगे

2 साल में सिर्फ 4 बसें चला पाया रोडवेज

इमारत तैयार होने के बाद प्राधिकरण ने इसे हस्तांतरित करने के लिए परिवहन निगम से संपर्क किया था, लेकिन उसने पूरी इमारत टेकओवर करने से इनकार कर दिया था. खानापूर्ति के लिए दादरी और बुलंदशहर के लिए 4 बसें चलवानी शुरू की. दावा था कि इन बसों की संख्या बढ़ाकर 50 की जाएगी, लेकिन 3 साल बाद भी 4 बसें ही टर्मिनल से चल रही हैं.

पार्किंग से लेकर फूड कोर्ट तक की सुविधा

बस टर्मिनल इमारत 2 हिस्सों में बंटी है. एक हिस्से में बेसमेंट के अलावा 3 तल हैं, जबकि दूसरे हिस्से में तीसरे से 8 तल तक का हिस्सा है. बेसमेंट में 522 कारों की पार्किंग है. इनके अलावा स्वागत कक्ष, बुकिंग सेंटर, ऑफिस, प्रतीक्षालय, फूड कोर्ट के लिए स्थान आरक्षित हैं. प्रथम तल पर दुकान, ऑफिस, फूड कोर्ट और लाइब्रेरी है. द्वितीय तल पर यात्री निवास, साइबर कैफे आदि हैं.

सिटी बस टर्मिनल की इमारत को किराये पर देने की तैयारी शुरू कर दी गई है. इसके लिए जल्द आरएफपी जारी की जाएगी. यहां पर बैक्वेंट हॉल और रेस्तरां खुलेंगे.

-डॉ. लोकेश एम, सीईओ नोएडा प्राधिकरण