हेमंत शर्मा, रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी पुलिसभर्ती का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं करने की राज्यपाल से शिकायत करते हुए जल्द परिणाम घोषित करवाने ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल के साथ मौजूद अभ्यर्थियों को इस विषय पर सरकार से चर्चा करने का आश्वासन दिया.

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा कि साठ हजार लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से पुलिस भर्ती की परीक्षा दी थी. 20 सितंबर 2018 को इसका रिटर्न एग्जाम हुआ था. इस बार पुलिस भर्ती के परीक्षा में 15 सौ मीटर का जो दौड़ होता है, उसमें कोई नंबर नहीं था. यह क्वालीफाइंग था इसमें अभ्यर्थियों को चिप लगाकर कैमरे के सामने दौड़े हैं. दूसरा इसमें कोई इंटरव्यू ही नहीं था, और तीसरे महत्वपूर्ण बात कि ओएमआर सीट पर रिटन एग्जाम दिया था, और एक कॉपी खुद अपने पास ले आए हैं. आंसर शीट की कॉपी को बदल नहीं जा सकता.

60 हजार लोगों ने दी थी परीक्षा

विजय शर्मा ने कहा कि इस तरह से क्लियर कट और ट्रांसपेरेंसी के साथ एग्जाम हुआ है. 60 हजार लोगों ने उसको फेस किया है, एक साल बाद आज तक इसका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है. पिछली सरकार का है इसलिए हम जारी नहीं कर रहे हैं ऐसा कहा जा रहा है. जब अभ्यर्थी कवासी लखमा के पास जाते हैं तो वह कहते हैं नक्सली बन जाओ, पुलिस बनकर क्या करोगे. राज्यपाल को पूरे विषय से अवगत कराया है. साथ में मौजूद अभ्यर्थियों ने अपनी पीड़ा बताई है. राज्यपाल ने गंभीरता के साथ सारे विषय को सुनने के बाद कहा है कि मैं इस विषय पर शासन से चर्चा करूँगी.