सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का असर देखने को मिल रहा है. मलेरिया पीड़ितों की संख्या में गिरावट हुई है. पहले चरण के दौरान जांच में जहां 4.60 प्रतिशत मरीज मिले थे, तो दूसरे चरण में अब तक 1.31 प्रतिशत ही मरीज मिले हैं. दूसरे चरण में अब तक 22.34 लाख लोगों (95.21%) की जांच की जा चुकी है.

बस्तर संभाग में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का असर दिखने लगा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस साल जनवरीफरवरी में इसके पहले चरण के दौरान 14 लाख लोगों से अधिक की जांच कर मलेरिया पॉजिटिव पाए गए लोगों का तत्काल इलाज किया गया था. उस समय जांच किए गए 14 लाख छह हजार लोगों में से 64 हजार 646 (4.60 प्रतिशत) मलेरिया पीड़ित पाए गए थे. वहीं अभियान के दूसरे चरण के दौरान मलेरिया पॉजिटिव्ह पाए गए लोगों की संख्या में उल्लेखनीय कमी देखी जा रही है. अभियान के दूसरे चरण में 23.46 लाख लोगों के परीक्षण करने के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 22 लाख 34 हजार लोगों के रक्त की जांच की गई है, जिसमें से 29 हजार 275 लोग (1.31 प्रतिशत) मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं. अभियान का दूसरा चरण 31 जुलाई तक चलेगा.

एनएचएम संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत करते हुए बताया कि 6 जून से शुरू मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के दूसरे चरण के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक चार लाख 71 हजार 879 घरों में मलेरिया की जांच कर चुकी है. इस दौरान आरडी किट से लोगों के रक्त की जांच कर पॉजिटिव्ह पाए गए लोगों का तत्काल इलाज शुरू किया गया है. मलेरिया पॉजिटिव पाए गए लोगों में 17 हजार 642 यानि 60.26 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जिनमें मलेरिया के कोई लक्षण नहीं थे. लक्षणरहित मलेरिया समय से पहचान में नहीं आने के करण अधिक बड़ी समस्या बन सकता है तथा ये अनीमिया और कुपोषण का कारण भी बनता है. इसलिए समय से स्क्रीनिंग कर इसकी पहचान किया जाना अनीमिया और कुपोषण के उन्मूलन में भी लाभकारी सिद्ध होगा. जांच में शामिल 15 हजार 593 गर्भवती महिलाओं में से 306 पॉजिटिव पाई गईं.

मलेरिया की जांच व उपचार के साथ ही सर्वे दल द्वारा लोगों को इससे बचाव और मच्छरदानी लगाकर सोने के लिए जागरूक किया जाता है. दूसरे चरण के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 4 लाख 71 हजार 879 घरों में लोगों को विभाग द्वारा दिए गए मेडिकेटेड मच्छरदानी नियमित उपयोग करते हुए पाया गया. सर्वे दल द्वारा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर 4964 घरों में मच्छरों का लार्वा नष्ट किया गयाअभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला अपनी टीम के साथ बस्तर के दूरस्थ अंचलों का लगातार दौरा एवं साप्ताहिक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नियमित समीक्षा कर रही हैं.