वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। शिक्षा विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी से 80 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. शातिर ठगों ने इन्वेस्टमेंट से लाभ दिलाने का झांसा देकर रिटायर्ड कर्मचारी को लाखों का चुना लगाया है. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है.

जानकारी के मुताबिक, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मंगला बाजपेयी कैसल निवासी शिक्षा विभाग केरिटायर्ड कर्मचारी विरेन्द्र कुमार देवांगन साइबर थाने में शिकायत की है कि 2 मई 2023 की सुबह उनके मोबाइल में दो अनजान मोबाइल नम्बर से फोन आया. जिसमें फोन करने वाले ने उन्हें खुद को मैस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी हैदराबाद का सीईओ व मैनेजर बताते हुए कहा आपने इस बीमा कंपनी में इन्वेस्ट किया है. उसको एजेंट ने द्वारा इक्विटी फंड में डाल दिया है. इससे आपको बहुत नुकसान हो रहा है और उसका फायदा एजेंट उठा रहा है. लाभ की राशि एजेंट के खाते में जा रही है, कोड हटाने पर लाभांश की राशि कंपनी से सीधे आपको मिलती रहेगी. उन्हें एजेंट का कोड हटाने का चार्ज 22 हजार 700 रुपये बताया गया. उनकी बातों में आकर विरेन्द्र देवांगन ने फोन पे के माध्यम से 22 हजार 700 रुपये ट्रांसफर कर दिया.

उसके बाद जीएसटी चार्ज, टीडीएस चार्ज, सर्विस चार्ज, बैंक का ओवर चार्ज, एनओसी के नाम पर अलग अलग बैंक खातें में 79 लाख 85 हजार 912 रुपये आनलाइन जमा कराकर ठगी कर ली गई. पैसा वापस नहीं मिलने पर उन्हें आनलाइन ठगी होने का अहसास हुआ. इसके बाद में थाने पहुंचे, पुलिस ने उनकी रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ 420, 66 डी, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पतासाजी की जा रही है.