मनोज यादव. कोरबा. लंबे संघर्ष और अथक प्रयास के बाद कोरबा जिले को आखिरकार मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल ही गई. सरकारी स्वीकृति मिलने के बाद राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने प्रेस वार्ता की और बताया,कि कोरबा के विकास के लिए मेडिकल कॉलेज मील का पत्थर साबित होगा जिसके माध्यम से छात्रों के साथ ही यहां रहने वाले लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से लाभ मिलेगा.
कांकेर और महासमुंद के बाद कोरबा के भी मेडिकल कॉलेज को शासकीय स्वीकृति मिल गई है. इस स्वीकृति के लिए कोरबा वासियों को काफी इंतजार करना पड़ा लेकिन अंत में कोरबा वासियों को यह सुविधा मिल ही गई. मेडिकल कॉलेज के संचालन को हरि झंडी मिलने के बाद प्रत्रकार वार्ता लेते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा,कि मेडिकल कॉलेज कोरबा के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इससे न केवल छात्रों को लाभ होगा बल्की मेडिकल के क्षेत्र में भी कोरबा उभरकर सामने आएगा जिसका लाभ पड़ोसी जिलों को भी मिलेगा. मेडिकल कॉलेज के खुल जाने से यहां रहने वाले लोगों के लिए भी रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि कोरबा जिले के विकास कार्य दलगत राजनीति से ऊपर रहकर करने का उनका संकल्प अब पूरा होता दिख रहा है. क्षेत्र के लोगों ने भरपूर प्यार और विश्वास दिया, जिसके बूते उन्होंने कोरबा मेडिकल कॉलेज के वर्षों पुराने सपने को पूरा होता देखने में सफलता पाई है.
उल्लेखनीय होगा कि करीब ढाई साल पहले फरवरी 2020 में नवा छत्तीसगढ़ के कोरबा में प्रस्तावित नौवें मेडिकल कॉलेज को दिल्ली से हरी झंडी दी गई थी. राज्य शासन से भेजे गए ड्राफ्ट पर केंद्र सरकार की ओर से सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई और इसके बाद अधोसंरचना समेत अन्य आवश्यक संसाधनों की जुगत सुनिश्चित करने के बाद नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम ने कोरबा मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. काफी सोच विचार करने के बाद अब जाकर कोरबा में मेडिकल की पढ़ाई शुरु हो पाएगी.
बीजेपी नेता नेता प्रतिपक्ष नगर पालिक निगम हितानंद अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसियों द्वारा झूठा श्रेय लेने मची होड़ जबकि कोरबा में मेडिकल कॉलेज के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है.
सरकार पर लगाया आरोप
कोरबा में मेडिकल कॉलेज की अनुमति मिलने को लेकर कांग्रेसियों में श्रेय लेने की होड़ मच गई है, कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत और शहर विधायक, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल दोनों ही मेडिकल कॉलेज की अनुमति मिलने को अपना श्रेय बता रहे हैं, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि केन्द्र की योजनाओं और विकास कार्यों का श्रेय लेना कांग्रेसियों की आदत बन चुकी है, मेडिकल कॉलेज का श्रेय लेना समझ से परे है क्योंकि प्रदेश की भूपेश सरकार ने न तो इसके लिए शासकीय बजट स्वीकृत किया है और न कोई व्यवस्था दिया है.
हितानंद अग्रवाल ने कहा कि कोरबा सहित छत्तीसगढ़ में महासमुंद, कांकेर में मेडिकल कॉलेज की अनुमति मिली है, जो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवम बिलासपुर लोकसभा सांसद अरुण साव, कोरबा की पालक सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के अथक प्रयास से हुआ मिला है.