रायपुर। प्रदेश के अधिकांश हिस्से में राजस्व पटवारी, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए परेशान किया जा रहा है. यह शिकायत छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संदीप दुबे ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से की है.

पत्र के माध्यम से दुबे ने राजस्व मंत्री को कहा कि पूरे प्रदेश में लोगों को जमीन संबंधी छोटे छोटे कार्यों के लिए राजस्व विभाग में आना पड़ता है. यह प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण विभाग है. इस विभाग में प्रदेश के अधिवक्ता लोगों को सुविधा जल्द प्राप्त हो, उसके लिए कानूनी मदद करते है, लेकिन कुछ समय से राजस्व अधिकारियों द्वारा गरीब जनता के छोटे छोटे कार्य जैसे नामांतरण, नक्शा दुरस्ती सहित खसरा नकल के लिए महीनों चक्कर काटने पड़ता है, जबकि सिटीजन चार्टर बना हुआ है. समय पर कार्य करने उसका पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे आम लोग अपने अधिकारों से वंचित होना पढ़ रहा है.

वर्तमान में डभरा के बीके डहरिया और नेत्र प्रभा सिदार, धमतरी की नायब तहसीलदार द्वारा वकीलों से दुर्व्यवहार किया गया. बिलासपुर के 2 पटवारी द्वारा उच्च न्यायालय के वकील रवि माहेश्वरी, आदित्य शर्मा एवं नायब तहसीलदार तुलसी मंजरी साहू ने महिला अधिवक्ता मधुनिशा सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया गया, जिससे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में गहरी नाराजगी है, इसलिए डभरा, धमतरी और बिलासपुर के प्रकरण की जांच तक अधिकारियों को कार्य से मुक्त किया जाए. ये अधिकारी शासन की योजनाओं को आम जन तक सरल सुलभ न्याय को फेल करने में लगे हैं, इसलिए ऐसे अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई की जाए.