रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मंत्रालय, महानदी भवन में महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं. बैठक में सहकारिता विभाग की समीक्षा की जा रही है. इस दौरान वे अधिकारियों के साथ नक्सल उन्मूलन, नियद नेल्ला नार को लेकर भी समीक्षा करेंगे. साथ ही बस्तर पंडुम को लेकर भी चर्चा होगी. इस बैठक में सीएम साय के अलावा उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन समेत कई अधिकारी मौजूद है. 

बस्तर पंडुम 2025

बस्तर पंडुम 2025 की शुरुआत 12 मार्च को जनपद स्तर से हुई थी. जो अब अपने अंतिम चरण में है. अबतक दो स्तर पर नजातीय नृत्य, गीत, नाट्य, वाद्ययंत्र, पारंपरिक वेशभूषा एवं आभूषण, शिल्प-चित्रकला और जनजातीय व्यंजन एवं पारंपरिक पेय से जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. आज यानी 1 से 3 अप्रैल तक दंतेवाड़ा में संभाग स्तरीय आयोजन किया जाएगा.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ आएंगे. 5 अप्रैल की सुबह दंतेवाड़ा जाएंगे. मां दंतेश्वरी माता के दर्शन के बाद बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे. वहीं चर्चित कवि डॉ. कुमार विश्वास “बस्तर के राम” कथा का वाचन करेंगे.  

क्या है नियद नेल्लानार योजना ?

नियद नेल्लानार, छत्तीसगढ़ सरकार की एक योजना है. इस योजना के तहत, माओवाद प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. इस योजना के ज़रिए, इन इलाकों में रहने वाले लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क जैसी सुविधाएं मिल रही हैं.

नियद नेल्लानार योजना के तहत माओवाद प्रभावित इलाकों में नए सुरक्षा कैंप बनाए जा रहे हैं. इन कैंपों के आस-पास के गांवों में सड़क, पुल, और पुलिया बनाई जा रही हैं. इन गांवों में बिजली की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते में खाद्यान्न मिल रहा है. लोगों को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है. लोगों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत घरेलू गैस सिलेंडर मिल रहे हैं. इस योजना से, माओवाद प्रभावित इलाकों के लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. इससे इन इलाकों के लोगों का जीवन स्तर सुधर रहा है.