बेमेतरा।  कुपोषण के खिलाफ चलाए जा रहे सूपोषित छत्तीसगढ़ अभियान की समीक्षा करने 7 नवंबर को महिला एवं बाल विकास मंत्री और कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे बेमेतरा पहुँचे. यहाँ उन्होंने समीक्षा बैठक में अधिकारियों से सीधे तौर पर कहा कि रेडी-टू-ईट की गुणवत्ता में अगर किसी तरह की गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी. लापरवाही किसी भी सुरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वाले स्व-सहायता समूहों को तत्काल बर्खास्त किया जाए. साथ ही रेडी टू ईट निर्माण की आकस्मिक जांच भी की जाए.  बैठक में विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ विधायक गुरूदयाल सिंह बंजारे, सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.

कलेक्टोरेट में आयोजित समीक्षा बैठक में भवनविहिन आंगनबाड़ी के लिए भवन स्वीकृत करने और निर्माणाधीन भवनों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए. वहीं आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों पर नियमानुसार भर्ती करने को भी कहा. गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों का ईलाज कराने पोषण पुर्नवास केन्द्र (एनआरसी) में भर्ती कराने के निर्देश भी दिए. साथ यह भी कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के जरिए गर्भवती महिलाओं को गरम भोजन का लाभ मिलना चाहिए.

जिले के साजा क्षेत्र के कुछ आंगनबाड़ी केन्द्रों में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से समय पर चावल नहीं मिलने की शिकायत के संबंध में कहा कि इसे दूर कर लिया जाए. उन्होंने विकासखण्ड स्तर पर निःशक्त जन शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए. वहीं इस मौके पर 9 निःशक्तजनों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल का वितरण भी मंत्रियों ने किया.  इ