शब्बीर अहमद, भोपाल। राजधानी के RGPV घोटाले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 20 करोड़ के घोटाले से जुड़े दो और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गांधीनगर पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर और दलित संघ के सदस्य को गिरफ्तार किया है जिसके बाद इस मामले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। तत्कालीन कुलपति और तत्कालीन रजिस्ट्रार  अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने आरजीपीवी घोटाले के मामले में पांच लोगों को आरोपी बनाया है। 

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गिरफ्तारी को लेकर सुबह विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सीएम हाउस का घेराव किया था। विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री की मुलाकात  हुई थी जिसके बाद सीएम ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। बता दें कि इस घोटाले मामले में 1 महीने पहले एफआईआर हुई थी जिसमें आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

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क्या है पूरा मामला 

आरजीपीवी ने छात्रों के पैसों से एफडी कराई थी और उन पैसों का दुरुपयोग किया गया था। करीब 20 करोड़ रुपए निजी अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। इस मामले में यूनिवर्सिटी के तत्कालीन रजिस्ट्रार आर एस राजपूत, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार का नाम सामने आया था। जिसके बाद उन पर एफआईआर की गई है। आरबीएल बैंक के कर्मचारी कुमार मयंक, दलित संघ सोहागपुर पर भी गड़बड़ी के आरोप लगे थे। जिसके बाद सभी पर धोखाधड़ी के मामले गांधीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।

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