प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए स्वतंत्रता दिवस भाषण पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को आज़ादी की लड़ाई और आत्मनिर्भरता जैसे विषयों पर बोलने से पहले अपने इतिहास और आचरण की समीक्षा करनी चाहिए।
मनोज झा ने कहा, “जब यह देश आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब RSS के लोग कहां थे? क्या उन्होंने अंग्रेज़ों के खिलाफ कोई आंदोलन किया था? क्या वे जेल गए थे? या उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका निभाई?” उन्होंने आगे कहा कि आत्मनिर्भरता पर प्रधानमंत्री का ज़ोर एकतरफा है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “आत्मनिर्भरता प्रधानमंत्री में दिखनी चाहिए। ऐसा नहीं हो सकता कि वह लोगों को आत्मनिर्भरता के बारे में बताएं और खुद के व्यवहार में इसे न दिखाएं।”
RJD नेता ने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री को भाषणों से आगे जाकर व्यवहार में भी पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता का उदाहरण पेश करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने RSS और BJP पर स्वतंत्रता संग्राम में अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया।