कुंदन कुमार/पटना। बिहार में राजभवन का नाम बदलकर लोक भवन करने के राज्य सरकार के फैसले पर अब राजनीतिक सरगर्मी और तेज हो गई है। इसी क्रम में राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने की राजनीति आम जनता के हित में नहीं है, क्योंकि इससे किसी गरीब, मजदूर या किसान की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आता।विधायक ने कहा भवन का नाम बदलने से क्या होगा? जनता महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते अपराध से जूझ रही है। सरकार पहले इन मुद्दों पर काम करे, तब जाकर लोगों को वास्तविक लाभ मिलेगा।

अभियान को भी कठघरे में खड़ा किया

भाई वीरेंद्र ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे बुलडोजर अभियान को भी कठघरे में खड़ा किया। उनका आरोप है कि गरीबों का घर ढहाने से पहले सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा बिहार की सरकार बिना कोई विकल्प दिए गरीबों को सड़क पर ला रही है। बुलडोजर चलाने से पहले उनके रहने की व्यवस्था और रोजगार का इंतजाम होना चाहिए। हम मुख्यमंत्री से निवेदन करेंगे कि गरीबों को बेघर न किया जाए।उन्होंने आगे कहा कि सरकार विकास का दावा कर रही है, लेकिन जमीन पर हालात अलग हैं। गरीबों और मध्यम वर्ग पर लगातार आर्थिक बोझ बढ़ रहा है, जबकि बड़े फैसले केवल दिखावे के लिए किए जा रहे हैं।

राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे गढ़ रही

इसी बीच उन्होंने लालू प्रसाद यादव को लेकर बीजेपी के नेताओं द्वारा किए जा रहे आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी नेताओं द्वारा लालू यादव के अपने निजी जमीन पर मकान बनाने को लेकर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा लालू जी अपनी जमीन पर घर बना रहे हैं तो इसमें गलत क्या है? कौन है इस देश में जो अपनी जमीन पर घर नहीं बनाता? बीजेपी सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे गढ़ रही है।

क्या नाम बदलेगी सरकार

भाई वीरेंद्र के इस बयान से स्पष्ट है कि विपक्ष सरकार के फैसलों और बुलडोजर एक्शन को लेकर पूरी तरह से हमलावर है। वहीं, लोक भवन नामकरण पर उठी यह राजनीतिक बहस फिलहाल शांत होती नजर नहीं आ रही है। अब देखना है सरकार इस मामले को आगे बढ़ा कर नाम बदलती है या नहीं।