मुजफ्फरपुर। बिहार की राजनीति एक बार फिर नेताओं की भक्ति और बयानबाजी के बीच झूलती नजर आ रही है। राजद की विधान पार्षद (MLC) उर्मिला ठाकुर ने मुजफ्फरपुर में आयोजित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में बड़ा बयान देते हुए लालू यादव की तुलना भगवान शंकर से कर दी। उन्होंने कहा, महादेव के बाद अगर कोई कलयुग में जिंदा भगवान हैं, तो वह लालू प्रसाद यादव हैं। साथ ही उन्होंने अंबेडकर को भी कलयुग का सच्चा भगवान बताया और कहा कि उनके विचारों को जमीन पर उतारने का काम लालू यादव ने किया।

तेजस्वी यादव को गरीबों का मसीहा बताया

उर्मिला ठाकुर ने भावुक होकर अपनी निजी कहानी भी साझा की। उन्होंने कहा मेरे पिता 5 किलो अनाज पर लोगों की दाढ़ी बनाते थे। आज उनकी बेटी MLC है और यह सब लालू यादव की वजह से संभव हुआ। इसके साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव को गरीबों का मसीहा बताया और कहा कि तेजस्वी जो कहते हैं, वह करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव ही बिहार का भविष्य हैं।

राजनीति का अपमान

इस बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। JDU नेता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि महादेव तो सबका कल्याण करते हैं, लेकिन लालू यादव ने बिहार में तांडव मचाया। उन्होंने अपने और अपने परिवार का ही कल्याण किया और अवैध संपत्ति बनाई। महादेव कभी संपत्ति नहीं बनाते थे, लालू ने तो पूरा परिवार कानून के शिकंजे में ला खड़ा किया। नीरज ने लालू को भगवान से जोड़ने की तुलना को राजनीति का अपमान बताया।

गौरतलब है कि इससे पहले भी RJD प्रवक्ता चितरंजन गगन लालू को शंकर भगवान बता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जैसे शंकर भगवान सबको माफ कर देते हैं, वैसे ही लालू यादव ने नीतीश कुमार को माफ कर दिया। इधर वैशाली में तेजस्वी यादव के काफिले की दुर्घटना के बाद उनके समर्थकों ने सड़क देवता की पूजा कर उन्हें गरीबों का भगवान बताया था। ऐसे में लालू और तेजस्वी को भगवान बताने की राजनीतिक रणनीति पर सवाल उठा रहा है।