India Turkiye Relations: भारत में तुर्की और अज़रबैजान के खिलाफ पर्यटन बहिष्कार की लहर तेज़ी से फैल रही है. सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan ट्रेंड कर रहे हैं. दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के बाद तुर्की और अज़रबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया था. इसके साथ ही ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई भारत की कार्रवाई की निंदा करते हुए पाकिस्तान को ड्रोन और सैन्य उपकरण भी उपलब्ध कराए थे, जिसे लेकर भारत के लोगों में तुर्की के खिलाफ गुस्सा है.

तुर्की को अपने फैसले पर होगा अफसोस- मनोज झा

इस बीच राजद सांसद मनोज झा ने भारत और तुर्की के संबंध पर न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि, ऐसा नहीं है कि दुनिया में हमारे दोस्त नहीं हैं, लेकिन इस मुश्किल क्षण में उन्हें दोस्ती का इजहार करना चाहिए था. तुर्की में जब आपदा आई तब भारत ने ऑपरेशन दोस्त के नाम से आपकी मदद की. आपने (तुर्की) ये रास्ता क्यों चुना ये मैं आपके विवेक पर छोड़ता हूं. भारत जैसे विश्वसनीय देश को छोड़कर आप जिधर का पक्ष ले रहे हैं, उस पर आप अफ़सोस करेंगे.

तुर्की को हो सकता है भारी नुकसान

भारत के खिलाफ जाकर पाकिस्तान का समर्थन करना और आतंकवाद को बढ़ावा देना तुर्की को भारी पड़ सकता है. देश में तुर्कि के खिलाफ एक प्रकार का ट्रेंड चल रहा है. मेक माय ट्रिप और ईज़ी माय ट्रिप जैसी प्रमुख ट्रैवल एजेंसियों ने तुर्की और अज़रबैजान के लिए नई बुकिंग्स को स्थगित कर दिया है. पुराने बुकिंग्स में भी बड़ी संख्या में रद्द हो रहे हैं. इस बहिष्कार से तुर्की और अज़रबैजान की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होने की आशंका है, क्योंकि इन देशों की जीडीपी का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन से आता है. कई राजनीतिक दल और व्यापारिक संगठन भी इस बहिष्कार का समर्थन कर रहे हैं.

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