कुंदन कुमार, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एनडीए ने आज शुक्रवार को अपना घोषणा पत्र को जारी कर दिया है। एनडीए के इस संकल्प पत्र पर राजद की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने एनडीए के इस घोषणा पर पर कहा कि, इसे एनडीए का जुमला पत्र कहना ज्यादा सही होगा। क्योंकि चुनाव के समय एनडीए नेताओं द्वारा पूर्व में किए गए वादे तो अबतक जुमला हीं साबित हुआ है और इसे उनके नेता स्विकार भी कर चुके हैं।


राजद प्रवक्ता ने कहा कि, एनडीए की नकलची सरकार का तो अपना कोई विजन और मिशन है नहीं। तेजस्वी द्वारा किए गए घोषणाओं में हीं कुछ का पिछले दिनों नकल करने का प्रयास किया गया है। पिछले बीस वर्षों से बिहार में एनडीए की सरकार है पर अबतक बिहार विधानसभा के किसी भी चुनाव में एनडीए द्वारा चुनाव घोषणापत्र जारी नहीं किया गया था। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जब जदयू-राजद के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी थी तो उस समय गठबंधन सरकार के ‘सात निश्चय’ कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। इस बार के चुनाव में जब ‘तेजस्वी प्रण’ के रूप में इंडिया गठबंधन द्वारा संकल्प पत्र जारी किया गया है, तो उसका नकल करते हुए एनडीए ने भी घोषणापत्र जारी किया है और महागठबंधन का नकल करते हुए नामकरण का भी नकल कर एनडीए ने अपने घोषणापत्र को भी संकल्प पत्र का नाम दिया है। जबकि उसे अपने बीस वर्षों की सरकार का ‘रिपोर्ट कार्ड’ जारी करना चाहिए।


चित्तरंजन गगन ने कहा कि, एनडीए को बताना चाहिए कि पिछले बीस वर्षों से सरकार चलाने के बावजूद आज 2005 से भी बिहार की स्थिति वदत्तर क्यों हो गयी? नीति आयोग के पैमाने पर बिहार आज हर पैमाने पर फिसड्डी क्यों है? रोजी-रोजगार की तलाश में बिहार से पलायन करने वाले की संख्या तीन करोड़ से ज्यादा क्यों हो गयी? लाखों-लाख रिक्तियों के बावजूद बिहार के नौजवानों को नौकरी के लिए क्यूं लाठियां खानी पड़ रही है? बेहतर शिक्षा और इलाज के लिए दूसरे राज्यों में क्यूं जाना पड़ रहा है ? कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बद्तर क्यूं हो गई ? पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार के हवाले कैसे चला गया ? बीस वर्षों में बिहार में एक पैसा का भी निवेश क्यों नहीं हुआ ? एक भी उधोग क्यों नहीं खुला ? किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य क्यों नहीं मिला? छोटे और मझोले व्यवसायियों के व्यवसाय क्यों बंद हो गये ? महंगाई क्यों बढ़ती चली जा रही है? अस्सी लाख से ज्यादा परिवार आज भी सरकारी अनाज पर क्यों निर्भर है ? चौरानवे लाख परिवार आज भी गरीबी रेखा से जीवन बसर करने को क्यों मजबूर हैं ?और मुख्यमंत्री जी की अस्वस्थता की स्थिति में सरकार कौन चला रहा है?


राजद प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए को इंडिया गठबंधन का नकल कर घोषणा पत्र जारी करने के बजाय अपने बीस वर्षों का रिपोर्टकार्ड जारी करना चाहिए जिसमें उपरोक्त सवालों का जवाब होना चाहिए।

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