अविनाश श्रीवास्तव/ रोहतास। लोकसभा चुनाव में काराकाट सीट पर मिली हार के बाद अब रोहतास की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। इसकी बड़ी वजह है राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के नेता और संसदीय बोर्ड अध्यक्ष आलोक सिंह का वायरल होता एक बयान जो उन्होंने एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच से दिया। दिनारा में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में आलोक सिंह ने सधे शब्दों में लेकिन तीखे तेवरों में अपनी पार्टी की मौजूदगी और सम्मान की मांग की। उन्होंने मंच से कहा मंच का संचालन कर रहे नेता RLM की गरिमा का ख्याल रखें। अगर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी यहां प्रतिनिधित्व कर रही है तो सम्मान मिलना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता कहा करते हैं अगर कोई सम्मान दे तो उसके पैर छू लेना लेकिन अगर कोई उंगली दिखाए तो उसकी आंख निकाल लेना। यह बयान सुनते ही समर्थकों ने जमकर तालियां बजाईं और नारेबाजी की जिससे माहौल काफी गरमा गया।

लोकसभा में हार की टीस, विधानसभा में जीत का संकल्प

आलोक सिंह ने काराकाट लोकसभा सीट पर उपेंद्र कुशवाहा की हार का जिक्र करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को दिनारा विधानसभा क्षेत्र की जनता ने वोट दिया लेकिन अंत में परिणाम उम्मीदों के विपरीत रहा।
उन्होंने मंच से चेतावनी दी:
अगर आपसी तालमेल और सम्मान नहीं रखा गया तो एक बार फिर दिनारा विधानसभा मिस हो जाएगा। यह टिप्पणी राजनीतिक विश्लेषकों के बीच अटकलों को जन्म दे रही है कि RLM भीतर ही भीतर अपने को उपेक्षित महसूस कर रही है।

NDA प्रत्याशी को जिताने की अपील

अंत में आलोक सिंह ने सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील की कि दिनारा विधानसभा से चाहे एनडीए का कोई भी प्रत्याशी हो उसे एकजुट होकर जिताना है। RLM इस गठबंधन की अहम कड़ी है और हम सब मिलकर काम करेंगे।