केदारनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण सूचना है. गौरीकुंड से करीब एक किलोमीटर आगे छोड़ी गधेरे नाम की जगह पर अचानक भारी मात्रा में बोल्डर, मलबा और पत्थर गिरने से पैदल मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है. यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए फिलहाल सोनप्रयाग से ही यात्रियों का आवागमन रोक दिया गया है. पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ की टीमें और निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के कर्मचारी और मजदूर मौके पर मौजूद हैं.

बाधित पैदल मार्ग को फिर से सुचारु करने के लिए मैनुअल तरीकों से मलबा और पत्थर हटाने का कार्य जारी है, जिसमें समय लग सकता है. प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों से दूर रहें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. हालांकि, मनकटिया क्षेत्र और गौरीकुंड की छोटी पार्किंग से आगे का मार्ग पैदल चलने योग्य है. लेकिन जब तक मुख्य मार्ग पूरी तरह से साफ नहीं हो जाता, तब तक यात्रा पर संयम और धैर्य बनाए रखना जरूरी है.
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बता दें कि गुरुवार को केदारनाथ धाम के रास्ते में भी सोनप्रयाग के पास देर रात अचानक मलबा गिर गया था. जिसके कारण केदारनाथ धाम से लौट रहे 40 से ज्यादा तीर्थयात्री बुधवार रात करीब 10 बजे से फंसे हुए थे. हालांकि SDRF ने उन्हें वहां से निकाल लिया है. सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में मलबा-पत्थर आने से मार्ग बाधित हो गया.
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