Bihar Police: अपनी कार्यशैली के कारण बिहार पुलिस हमेशा सवालों के घेरे में रहती है। एक बार फिर से अपने गजब कारनामे के कारण बिहार की रोहतास (Rohtas) पुलिस चर्चा में है। रोहतास पुलिस ने एक साल पहले मर गई महिला पर पुलिस की ओर से ना सिर्फ एफआईआर की गई बल्कि अनुसंधानकर्ता ने केस डायरी में भी नाम दाखिल कर दिया। इसकी जानकारी मीडिया में आते ही एक बार फिर से बिहार पुलिस अपने काम करने के तरीके को लेकर सवालों के घेरे में आ गई है।

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बीते सोमवार (24 जून) को मामले का खुलासा तब हुआ जब अजय कुमार सिंह ने कोर्ट में पत्नी की मौत का एफिडेविट दिया। इसकी जानकारी होने के बाद काराकाट थाने में इस केस के अनुसंधानकर्ता संजीव कुमार और थानाध्यक्ष फुलदेव चौधरी का कहना है कि आवेदन के अनुसार प्राथमिकी तो किसी पर भी दर्ज हो सकती है। हालांकि चार्जशीट से पहले मामला पूरी तरह स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने डायरी में नाम सत्यापित होने को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि डायरी रफ है. उसमें अभी सुधार करना बाकी है।

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इस पूरे मामले में मृतक महिला वैजयंती देवी के पति अजय कुमार सिंह ने बताया की ईटढ़िया गांव निवासी श्रीकांत तिवारी और रजनीकांत तिवारी ने एक झूठा केस किया है। इसमें मेरे परिवार के कुल 18 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इसमें 10 पुरुष और आठ महिलाओं को आरोपित बनाया गया हैय़ 18 अप्रैल 2024 को केस हुआ है. आठ महिलाओं में मेरी पत्नी वैजयंती देवी को भी आरोपित बनाया गया है जिसकी मृत्यु 21 वर्ष पूर्व (20 जुलाई 2003) हो गई है।

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अजय सिंह ने बताया कि जिस खेत में लगे गेहूं को जबरिया काटने की प्राथमिकी हम लोगों पर दर्ज की गई है। उस खेत को मेरे बड़े पिता सिपाही सिंह ने यदुवंश तिवारी से खरीदा था। जब जमीन खरीदी गई थी तब यदुवंश तिवारी ने चकबंदी से अपने हिस्से से बंटवारे का कागजात दिखाकर 1991 में जमीन बेची थी। अब श्रीकांत तिवारी और रजनीकांत तिवारी का कहना है कि वह भूमि उनके हिस्से की नहीं है। इतने दिनों के बाद इस भूमि पर विवाद किया गया है। ऐसे में लोगों में चर्चा है कि जो महिला है ही नहीं उसका केस डायरी में नाम है। क्या भूत ने गेहूं काट लिया।

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नाम में सुधार होगाः थानाध्यक्ष

उधर काराकाट थानाध्यक्ष फूलदेव चौधरी ने कहा कि 18 अप्रैल 2024 को प्राथमिकी के लिए मिले आवेदन के बाद केस दर्ज हुआ था। केस के अनुसंधानकर्ता संजीव कुमार ने रफ डायरी में भले ही आरोपित उक्त मृत महिला का नाम नहीं हटाया है, लेकिन फ्रेश डायरी और चार्जशीट में निश्चित ही सुधार कर लिया जाएगा।

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