रायपुर। रोटरी 3261 संस्था की ओर से राजधानी के रोसबे रेसोर्ट में दो दिवसीय डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस रूबरू का आगाज आज से हो गया है। कार्यक्रम के पहले दिन आज शुभारम्भ समारोह में देशभर के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में रोटेरियन्स ने शिरकत की। डिस्ट्रिक्ट कांफ्रेंस रुबरु में देश के विभिन्न क्षेत्रों के महारथी व विख्यात वक्ताओं ने कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधन के माध्यम से कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला। साथ ही अपने जीवन के अहम अनुभव भी साझा किए। इसके साथ ही रोटेरियन्स को कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
पाकिस्तान के चार टुकड़े कर देना चाहिए
अतिथि वक्ता भारतीय सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल डॉ. गगनदीप बक्शी ने फौज में लीडरशिप के बारे में विस्तार से समझाया।साथ ही रोटेरियन्स के समक्ष एक गुरुमंत्र भी साझा किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी परिस्थिति में डरना नहीं चाहिए। आपने अगर डर पर काबू पा लिया तो मौत भी आपको छूने से पहले डरेगी। उन्होंने अपने सर्विस के दौरान के पल साझा करते हुए कहा कि उनके सर्विस की पहली रात लड़ाई के मैदान में गुजरी। इस बात का मुझे फक्र है, क्योंकि इस युध्द में हमने 14 दिन में ही पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे।हालांकि इस दौरान उनके कई मित्र लड़ाई में शहीद हो गए। उन्होंने मंच से आव्हान करते हुए कि यदि अब भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज ना आए तो आज की पीढ़ी को पाकिस्तान के चार टुकड़े कर देना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में कर्नल रविन्द्रनाथ के जीवन पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर रविशंकर डकोजू ,संजय सिन्हा (आज तक के पत्रकार और लेखक), ऋषि नंदा सहित अन्य अतिथियों ने भी अलग-अलग महत्वपूर्ण विषयों पर सुझाव प्रस्तुत किए।
बता दें कि राजधानी में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस इवेंट के अध्यक्ष अमित गोयल, सह-अध्यक्ष अशीष अग्रवाल हैं। रोटरी 3261 के वर्तमान में डिस्ट्रिक्ट गर्वनर रोटेरियन रणजीत सिंह सैनी हैं। रोटरी डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस इवेंट के मीडिया प्रभारी आशीष ड्रोलिया व राजीव मुंदड़ा ने बताया कि आज शुभारंभ दिवस पर विभिन्न जाने -माने वक्ताओं को रोटेरियन्स ने बड़े ही ध्यान से सुना और उनके दिए टिप्स को जीवन में आत्मसार करने का संकल्प भी लिया।वहीं 12 जनवरी यानि कल भी विभिन्न वक्ताओं के संबोधन होंगे।
वक्ताओं ने सवालों के जवाब भी दिए
डिस्ट्रिक्ट कांफ्रेंस रूबरू कार्यक्रम में पधारे विख्यात वक्ताओं से रोटेरियन्स ने उनके जीवन और सफलता से जुड़े कई सवाल भी किये। इस पर वक्ताओं ने बड़े ही सहजता और सरलता से जवाब देकर उन्हें जीवन का मूल उद्देश्य भी समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे जीवन में चुनौतियों से जूझकर और डर को मात देकर सफलता हासिल की जाती है।